Connect with us

Hi, what are you looking for?

आवाजाही

ज़ी हिंदुस्तान के सैकड़ों मीडियाकर्मियों की नौकरी न बचा पाने से दुखी संपादक शमशेर सिंह ने भी इस्तीफ़ा दे दिया!

शमशेर सिंह ने नायाब उदाहरण पेश किया है। वे चाहते तो ख़ुद की नौकरी बचा सकते थे। लेकिन इसके बजाय, ज़ी हिंदुस्तान के मीडियाकर्मियों की नौकरी बचाने में लगे हुए थे। जब प्रबंधन ने उनकी एक ना सुनी तो ख़ुद भी इस्तीफ़ा दे दिया। इस तरह संपादक से लेकर ट्रेनी तक, पूरे ज़ी हिंदुस्तान का स्टाफ कार्यमुक्त हो गया है।

सूत्रों का कहना है कि ज़ी ग्रुप ने ज़ी हिंदुस्तान को चलाये रखने के लिए अपने अन्य चैनलों के एंकर और स्टाफ को ज़ी हिंदुस्तान में भेजा है। कल इस्तीफ़े के वक्त ज़ी हिंदुस्तान का माहौल बड़ा गमगीन था। कई लोग रो पड़े। एक चैनल का यूँ बंद होना और सबको निकाल बाहर करना बहुत पीड़ादाई रहा।

Advertisement. Scroll to continue reading.

संपादक शमशेर सिंह ने कुछ ट्वीट्स के ज़रिए अपनी बात कही है। देखें स्क्रीनशॉट-

ट्वीट्स के लिंक ये हैं-

https://twitter.com/shamsherslive/status/1596397976293085184?s=48&t=8fhqg4rsCasGQTUFBHX_3w

Advertisement. Scroll to continue reading.

https://twitter.com/shamsherslive/status/1596045432421220353?s=48&t=8fhqg4rsCasGQTUFBHX_3w

https://twitter.com/shamsherslive/status/1596158664460881923?s=48&t=8fhqg4rsCasGQTUFBHX_3w

Advertisement. Scroll to continue reading.

उल्लेखनीय है कि आजतक समेत कई चैनलों में काम कर चुके शमशेर सिंह एक शानदार रिपोर्टर के अलावा अपनी टीम के साथ खड़े होने वाले जानदार संपादक माने जाते हैं। अपनी टीम के समर्थन में ख़ुद का भी इस्तीफ़ा दे देना बड़ी परिघटना है। कल आख़िरी वक्त तक शमशेर अपनी टीम के साथ खड़े रहे जिससे साथियों का मनोबल बना रहा। ये तस्वीर इस बात की गवाह है। लोग शमशेर के साथ खड़े होकर फोटो खिंचाते रहे।

Click to comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Advertisement

भड़ास को मेल करें : [email protected]

भड़ास के वाट्सअप ग्रुप से जुड़ें- Bhadasi_Group

Advertisement

Latest 100 भड़ास

व्हाट्सअप पर भड़ास चैनल से जुड़ें : Bhadas_Channel

वाट्सअप के भड़ासी ग्रुप के सदस्य बनें- Bhadasi_Group

भड़ास की ताकत बनें, ऐसे करें भला- Donate

Advertisement