बिहार के अररिया के सिकटी प्रखंड में शहबाज नामक युवक की लिंचिंग सीमा सुरक्षा बल (SSB) के पाँच जवानों द्वारा की गई। शहबाज़ रमजान में सेहरी के समय 3 बजे जब दही लाने के लिए जा रहा था तब ये घटना की गई। एसएसबी जवानों ने शहबाज़ को पकड़ा और एसएसबी कैम्प ले जाकर मार डाला।
एसएसबी के पाँचों जवानों के ख़िलाफ़ FIR दर्ज है लेकिन गिरफ़्तारी किसी की नहीं हुई। घटना 4 अप्रैल 2023 की है। अब तक किसी कातिल की गिरफ्तारी नहीं होने से परिवार के लोग सदमे में हैं। सीएम नीतीश कुमार की सरकार के तरफ़ से भी पीड़ित परिवार को कोई मदद नहीं दी गई और न ही कोई मिलने आया। घटना के 40 दिन पूरे हो गए हैं। अब तक कोई कार्रवाई नहीं होने से लोगों में आक्रोश व्याप्त है।


एसपी ने क़ातिलों की गिरफ़्तारी के लिए 7 दिन का वक्त दिया था लेकिन ये सात दिन जाने कब का निकल चुका है। एसएसबी जवानों द्वारा मुस्लिम युवक की लिंचिंग की इस खबर को दबाने की कोशिश की जा रही है। पत्रकार नेहा हबीब ख़ान News WIN यूट्यूब चैनल के माध्यम से इस घटना की सच्चाई लगातार उजागर कर रही हैं। उन्होंने बॉर्डर पर जाकर Ground Report लिया जहां शहबाज की हत्या की गई। देखें कुछ वीडियो-
Comments on “एसएसबी जवानों ने मुस्लिम युवक को कैम्प में ले जाकर मार डाला, एफआईआर दर्ज पर गिरफ़्तारी नहीं, महिला पत्रकार ने मौक़े पर पहुँच खोला मोर्चा”
अर्द्धसैनिक बलों द्वारा यह बहुत सामान्य है, वे खुद को कानून से ऊपर मानते हैं ,आमलोगों को बेईज्जत करना तो जैसे रोजमर्रा का कार्य है, अफसोस देशभक्ति के नामपर इनके खिलाफ कोई आवाज भी नही उठाता।
They must be brought to book.