ऐसा नहीं है कि सिर्फ टीवी 9 के भारतवर्ष चैनल में ही अजय आज़ाद जैसी प्रवृत्तियां हैं, टीवी 9 के मराठी चैनल में इनके भी एक बाप हैं, नाम है टानिक गुंडे (नाम बदल दिया गया है क्योंकि अभी किसी लड़की द्वारा किए गए कंप्लेन की कॉपी भड़ास के पास उपलब्ध नहीं है. जैसे ही कंप्लेन की कॉपी भड़ास के पास आएगी, इनका असली नाम उजागर कर दिया जाएगा)। लड़कियों के साथ कांड के मामले में अजय आजाद की अगर केजी है तो ये जनाब पीजी यानि पोस्ट ग्रॅज्यूऐट कर चुके हैं.
बात शुरुआत की, जब ये स्टार माझा में थे तो इनके कई कांड हुए. सबसे पहला कांड एक लड़की को शादी का झांसा देकर कई बार प्रेग्नेंट करना और अबॉर्शन कराना। कई बार ऐसा होने के बाद वो लड़की डिप्रेशन का शिकार हो गई और चैनल छोड़ कर चली गई. इसके बाद भी टानिक पर कार्रवाई नहीं हुई, मामले को दोनों के बीच का मामला करार देकर खत्म कर दिया गया। इसके बाद टानिक की हिम्मत बढ़ गई। नई नवेली इंटर्न्स को लेकर इनके आए दिन सहकर्मियों के साथ झगडे होने लगे। इतनाही नहीं, एक बार तो इन्होने ग्राफिक्स के बंदे की ऑफिस में ही धुनाई कर दी। लेकिन, बॉस के और खास कर दिल्ली के बॉस के चहेते होने के कारण टानिक हमेशा बचता रहा।
इसके बाद हुआ वो कांड जिसे दबाया न जा सका। एक दिन भरे ऑफिस में टानिक ने सरेआम लड़की को छेड़ दिया न सिर्फ छेड़ा बल्कि और भी बहोत कुछ हुआ। देखनेवालों को तक शर्म आयी, लेकिन, इस बार पाला एक ऐसी लड़की के साथ पड़ा था जो चुप नहीं बैठनेवालों में से थी। लड़की ने शिकायत दर्ज करायी, लेकिन, बॉस के कानों पर जूं तक नहीं रेंगी। लेकिन, लड़की के पिता काफी रसूख वाले थे, इन्होने सीधे दिल्ली के बॉस को फोन कर के लताड लगाई। जिसका असर मुंबई तक देखने को मिला जिसके बाद कारवाई शुरू हुई।
टानिक को इस्तीफा देने के लिए कहा गया, टानिक इसके बाद भी टस से मस न हुआ, उल्टा उसने लड़की को ऐसिड हमले की धमकी दी। अब ये मामला काफी संगीन हो गया था, मुंबई पुलिस हरकत में आ गयी और टानिक को पुलिस थाने बुलाया गया। स्टार माझा के उस वक्त के क्राईम कवर करनेवाले एक दिग्गज पत्रकार ने जैसे तैसे कर टानिक को बचाया, लेकिन, मुंबई पुलिस ने दो टूक कह दिया कि, टानिक मुंडे या तो जेल में रहेगा या मुंबई के बाहर, क्योंकि, अब मामला एक लड़की की सुरक्षा का था। मामला पुलिस थाने पहुंचने के बाद टानिक से इस्तीफा लिया गया और उसने मुंबई छोड़ अपने गांव का रास्ता पकड लिया।
यहां से उसने अपने दिल्लीवाले बॉस के हाथ पैर जोड कर पुराने बॉस मोहन से जोड़ लगा कर पहुंच गया साम मराठी चैनल। यहां भी टानिक अपने कारनामों से बाज़ नहीं आया। कहते हैं, उस वक्त की एक महिला एच आर के साथ उसके अंतरंग संबंध और टेक्स्ट मेसेजेस को ये जनाब पूरे ऑफिस को दिखाया करते थे। ये बात जब साम मराठी प्रबंधन को पता चली तब इनके खिलाफ कार्रवाई का डंडा चला। ठीक इसी वक्त टानिक एक नईनवेली शादीशुदा एंकर को भी अपने झांसे मे ले चुका था, एक एचआर और एक एंकर, एंकर काफी सीरीयस थी. टानिक के लिए उस एंकर ने तलाक भी ले लिया था, लेकिन, टानिक को शादी कहां करनी थी. लेकिन, स्टार माझा के कांड के बाद एच आर और एक एंकर का कांड शायद गले की फांस बन चुका था, इसलिए मजबूरी में टानिक को शादी करनी पड़ी.
साम मराठी से निकाले जाने के बाद टानिक पहुंचा आईबीएन लोकमत। यहां भी टानिक ने वही सब करने की कोशिश की, लेकिन, यहां की लड़कियां और एच आर प्रबंधन इस मामले में काफी सख्त थे लिहाजा एक कांड करने के चक्कर में टानिक को आईबीएन लोकमत से भी जाना पड़ा।
टानिक को फिर मौका मिला टीवी 9 मराठी में, ये मौका भी दिल्लीवाले उसी बॉस की मेहरबानी की वजह से मिला था, जिसकी वजह से वो हमेशा बचता और नई नई नौकरियां पाता आया था। टीवी 9 के मुंबई आफिस में जब तक विनोद कापडी थे, तब तक ये शांत रहा लेकिन, जैसे ही कापड़ी दिल्ली निकल जाते, ये जनाब ऑफिस कम और चैटिंग और लडकियों के साथ फोन पर ज्यादा वक्त बिताते। लेकिन, इस वक्त भी इन्होंने एक कांड किया जिसे दबाया गया। ये लड़की आज टीवी 9 में नहीं है।
फिर दौर आया रोहित विश्वकर्मा का। रोहित को शायद टानिक के पुराने और टीवी 9 में किए ताजे ताजे कांड का पता चल चुका था, लिहाजा रोहित ने टानिक को हर तरह से कंट्रोल में रखा। लेकिन, पुणे के मीडिया इंस्टीट्यूट की लड़की को टीवी9 में नौकरी दिलवाने का वादा कर चुके टानिक को रोहित की ना नुकर खलने लगी। लिहाजा कुछ भी कर रोहित के खिलाफ लामबंदी करने का मन बना चुके टानिक को साथ मिला उसी के एक सहयोगी का। हालांकि, तब तक ये लड़की मुंबई के एक नए नवेले चैनल में ज्वाईन कर चुकी थी लेकिन, ये जनाब उसे टीवी 9 में लेने का झांसा अब तक देते आ रहे हैं।
टीवी 9 के नए प्रबंधन के आने के बाद तो टानिक को जैसे पूरी खुली छूट सी मिल गई हो। आज तो वो खुले आम सबके सामने कहता है कि, अगर वो आठ दिन फोन बंद रखे और ऑफिस न आए तो प्राईम टाईम में डिबेट करनेवाली एंकर को समझ में ही नहीं आएगा कि, क्या डिबेट करना है। टीवी 9 के नए प्रबंधन में अच्छी पैठ होने के कारण टानिक के इस तेवर को झेला जा रहा है।
टीवी 9 के लोग तो ये भी कहते हैं कि टानिक हमेशा अपने सरनेम से मिलते जुलते महाराष्ट्र के एक धाकड़ नेता की धौंस जमाता रहता है, कहता है कि, चैनल हेड कोई भी आए, उसके आगे सब मिमियाते हैं।
अब देखना ये है कि, टीवी 9 का नया प्रबंधन टीवी 9 मराठी के इस ‘अजय आज़ाद’ को कब तक इस तरह की ‘आज़ादी’ देता है।
एक पत्रकार द्वारा भेजे गए पत्र पर आधारित.
One comment on “टीवी9 मराठी में भी है एक ‘अजय आजाद’!”
एक अजय आज़ाद तो न्यूज़ नेशन में भी हैं, ऊपर से उसका नाम भी अजय हैं, पर सबूत होते हुए भी कोई कुछ नहीं होता. जो ३ kulshreshtra मलिकान हैं कुछ ज़्यादा हीं मेहरबान हैं कुछ व्यक्तिगत कारणों से!