वीरेंद्र यादव न्यूज के सौ अंकों की यात्रा किसी व्यक्ति की यात्रा नहीं, बल्कि एक व्यक्ति की कोशिश के साथ खड़े उन पाठकों की यात्रा है, जो हर समय पत्रिका की निरंतरता के लिए प्रतिबद्ध रहे हैं। आज जब सौवें यानी शताब्दी अंक के लोकार्पण के बाद अपने पाठकों से संवाद कर रहे हैं तो हमें लगता है कि हमने राई के साथ यात्रा शुरू की थी और आज पहाड़ सामने खड़ा है। इस पहाड़ में पाठकों से मिलने वाला सहयोग, समर्थन और भरोसा भी शामिल है। एक सुकून महसूस हो रहा है कि सौ अंकों की यात्रा तक हमने पाठकों का भरोसा कायम रखा और अपने सरोकार के साथ जुड़े रहे। यही सरोकार पत्रिकाओं की भीड़ से वीरेंद्र यादव न्यूज को अलग करता है।
मासिक पत्रिका वीरेंद्र यादव न्यूज अपने प्रकाशन आवृत्ति का शतक लांघ गयी है। एकदम निर्बाध और निरंतर। बीती 26 नवंबर यानी संविधान दिवस के मौके पर पत्रिका ने एक भव्य समारोह में शताब्दी अंक विशेषांक का लोकार्पण किया। इस मौके पर पाठक उत्सव का भी आयोजन हुआ।
लोकार्पण समारोह सह पाठक उत्सव को संबोधित करते हुए पूर्व सांसद शिवानंद तिवारी ने कहा कि, ‘वीरेंद्र यादव न्यूज की निरंतरता एक व्यक्ति के सरोकार के प्रति प्रतिबद्धता का उदाहरण है। यह प्रशंसनीय पहल है।’ विधायक और वरिष्ठ पत्रकार छत्रपति यादव ने कहा कि, ‘पाठकों के सम्मान और उनके प्रति आभार व्यक्त करने के लिए यह समारोह आयोजित किया गया है। इसके लिए हम आयोजक को धन्यवाद देते हैं।’ डॉ मोहित यादव ने भी आयोजन के लिए पत्रिका की पूरी टीम को बधाई दी। आयोजन में वरीय पुलिस पदाधिकारी सुशील कुमार, JDU के राष्ट्रीय महासचिव जग नारायण सिंह यादव, राजद नेता ई. संतोष यादव, संजीव चन्दन, अरुण कुमार यादव, मनीष रंजन, पत्रकार श्रवण कुमार, औरंगाबाद जिला परिषद के पूर्व सदस्य राजीव रंजन सिन्हा, ADR के बिहार समन्वयक राजीव कुमार, पत्रकार कुमार परवेज, सामाजिक कार्यकर्ता अरविंद यरवदा, निरंजन सिन्हा, राजीव पटेल, राज्यह महिला आयोग की पूर्व सदस्यी चौधरी मायावती, रामेश्वर चौधरी, विनोद पाल समेत कई वक्ताओं ने अपनी राय रखी। मंच का संचालन अरुण नारायण किया।