Dev Nath : दरोगा धमकी प्रकरण में मेरे साथ खड़े रहने वालों का अभिनंदन। यह मित्रों और मीडिया में आई खबरों का नतीजा ही है कि दरोगा जी अपनी दबंगई भूल गए और लखनऊ में मुझसे मिलकर माफी मांग ली। दरोगा जी भले लगे इसलिये हमने भी दिल से माफ कर दिया।
मगर रह रह के यह बात अब भी कचोटती है कि आखिर दरोगा ने मुझे क्यों धमकाया?
इन सबके अलावा सबसे महत्वपूर्ण बात यह रही कि अपने मित्रों का साथ पाकर मैं धन्य हो गया। प्रत्यक्ष अथवा अप्रत्यक्ष आगे आकर मेरा उत्साह बढ़ाने वालों का शुक्रिया। अंत में यह निवेदन भी कि, ये प्यार साथ यूं ही बना रहे।
अमर भारती समूह के प्रबंध संपादक देव नाथ की एफबी वॉल से.
इस पर आए ढेरों कमेंट्स में से कुछ चुनिंदा यूं हैं…
Shivam Pandey : पिछले दिनों अमर भारती के प्रबंध सम्पादक को जान से मारने की धमकी देने वाला दरोगा अब जमीन पर है। इस दरोगा ने सिर्फ माफी ही नहीं मांगी अपितु लिखित रूप से भी अपनी गलती स्वीकार की। कानून के राज का मजाक बनाने वाले इस घटना से सबक ले सकते हैं।
Mintukumar Jha कलम में वो तागत है जो अच्छे अच्छों को झुका दे, और आज अमर भारती के प्रबंधक सम्पादक ने वो कर दिखाया सत्यमेव जयते
Sunil Kumar बड़े भाई जी कुछ भी हो लेकिन उसे माफ करने से पहले उससे यह जान लेना चाहिये था कि वह क्यो और किसके कहने पर आप भारत सरकार से मान्यता प्राप्त पत्रकार को धमकी दिया,यदि यह पता नही हुआ तो जीवन भर मन मे कचोट रहेगी।और खोजी पत्रकार के लिये एक प्रश्न बना रहेगा ? इस खाकी वर्दी वाले कि यही अवकात होती हैं पोज में होते हैं तो माँ, बहन करते है और उनकी अवकात दिखाओ तो घुटनो में दिखते हैं।
Premdev Pathak जय हो देव सर की. फतेह हो गया क्लेश. लेकिन अब भी है एक सवाल! आखिर आप को बेवजह धमकी देने का मतलब क्या था. आखिर दरोगा जी चाहते क्या थे. किसके कहने पर धमकी भरा फोन करते थे. कौन है उनके पीछे? क्यों दी मान्यता प्राप्त पत्रकार को धमकी? यह तो मालूम कर लेते सर एक बार.
Gaurav Mishra सर अपने यहाँ एक कहावत है. उंटवा जब तक पहाड़ नहीं देख ले रहे ला ओ के लागेला सबसे बड़ा हमहिं हईं. माफ़ करने वाला बड़ा होता है, सही है सर.
मूल खबर ये है….
लखनऊ में तैनात दरोगा ने प्रबंध संपादक देवनाथ को जान से मारने की धमकी दी
https://www.youtube.com/watch?v=jsymg7SWyxs