बहुत भ्रष्ट देखे लेकिन गौतमदास अडानी जैसा बेईमान ढूँढे न मिलेगा!

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Ajit Sahi-

बहुत भ्रष्ट देखे लेकिन गौतमदास अडानी जैसा बेईमान ढूँढे न मिलेगा। हिंडनबर्ग ने सही कहा कि पूंजीवाद के इतिहास में सबसे बड़ा घोटालेबाज़ है ये आदमी।

पिछले हफ़्तों में अडानी ने मीडिया के ज़रिए ख़बर फैलाई कि उसने शेयरों के बदले मिला 2.15 बिलियन डॉलर का उधार चुकता कर दिया है।

अब ख़बर आई है कि अडानी का ये दावा ये सरासर झूठ है । उसने ये उधार चुकाया ही नहीं है।

ये इंडिया ही है कि पर्त दर पर्त बेईमानी करने के बावजूद ये आदमी खुला घूम रहा है। मोदीजी की शह मिली है इसको। जब सइयाँ भए कोतवाल तो डर काहे का।

आज से छब्बीस दिन पहले दो मार्च को खबर आई थी कि अमेरिका में रहने वाले भारतीय मूल के निवेशक राजीव जैन ने अडानी एंटरप्राइज़ेज़ में पौने दो अरब डॉलर का निवेश कर दिया है.

उस दिन बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज में अडानी एंटरप्राइज़ेज़ का शेयर 1607.25 रुपये था.

उसके अगले दिन अडानी एंटरप्राइज़ेज़ का शेयर क़रीब 1850 रुपये पहुँच गया. आठ मार्च को ये शेयर क़रीब 2040 रुपये पहुँच गया.

मीडिया वाले चिल्लाने लगे कि अडानी के बुरे दिन लद गए. राजीव जैन के इंटरव्यू छपने लगे जिसमें वो कह रहा था कि अडानी का शेयर लपालप आगे जाएगा. बिज़नेस टीवी वाले उछलने लगे कि राजीव जैन की कम्पनी को करोड़ों का फ़ायदा हो गया.

आज अट्ठाइस मार्च को अडानी एंटरप्राइज़ेज़ का शेयर 1602.95 रुपये पर पहुँच गया.

2 मार्च: 1607.25 रुपये
28 मार्च: 1602.95 रुपये

यानी 4.30 रुपये का नुक़सान.

जैन के पौने दो अरब डॉलर भी खा गया अडानी.

जय श्री गौतमदास.

रिज़र्व बैंक के आँकड़े ख़ुद ये साबित कर रहे हैं कि हिंडनबर्ग की रिपोर्ट सही है. अडानी की कंपनियों में आधे से ज़्यादा विदेशी निवेश अडानी से जुड़ी कंपनियों का है. यही भ्रष्टाचार है.

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Comments on “बहुत भ्रष्ट देखे लेकिन गौतमदास अडानी जैसा बेईमान ढूँढे न मिलेगा!

  • Abe gadhe stock market ki samaz na ho to kyun likhata hai. Videsh se investment aya to ghotala ho gaya! 4 rs kam ho gaya stock price to paise kha gaya adani. Ajib tuchiya hai tu.

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    • Manish Nair says:

      You are so naive my friend, most of the black money return to India through FPI, एक बेनामी एनआरआई या कोई भी एक इन्वेस्टमेन कंपनी खोलकर इंडियन स्टॉक मार्केट मैं इन्वेस्ट कर सकता है इस कंपनी मै पैसा किधर से आया किसका आया इन सब को किसी को कोई मतलब नहीं हैं। देश से लूटा हुवा पैसा FPI के जरिए इंडिया में व्हाइट कर देते है। अदानी की कंपनी का मैडेटरी 25.1परसेंटेज स्टॉक यही लोगो ने पैसा लगाया हैं बाकी 74.9 पेसेंटेज शेयर अदानी ने गिरवी रख कर लोन ले रखा हैं और लोन लिया हुए पैसा अपनी विदेशी कंपनी मै फर्जी और इन्फाल्टेड इनवॉइस के जरिए भेजा जाता है फिर उसी पैसे को FPI वापिस इंडिया की अदानी की कंपनी में लगा कर स्टॉक मैनिपुलेट करते हैं। अदानी का सारा लोन उसके स्टॉक को गिरवी रख कर लिया है इसलिए उसको अपनी कंपनी का स्टॉक हर दम हाई रखना होता है जिससे की वो स्टॉक मार्केट रेट के 80% तक लोन बैंक से उठा सके। एक 5रुपए के स्टॉक पर लोन 4 रुपए ले लिए फिर रिग करके 5 को 500 पर ले आए दो तीन साल में फिर उसी स्टॉक का री वैल्यूएशन करके और लोन उठा लिया फिर उस पैसे को देश से बाहर भेज कर FPI के द्वारा फिर से कंपनी का स्टॉक 500 से 2000 कर लिया बस यही खेल हैं।

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  • Rajeev Joshi says:

    पृथ्वी चपटी मानने वाला, ये रिपोर्टर स्टॉक मार्केट को वभी ऐसा ही समझता है, पप्पू पेय पीकर लिखने वाला ये रिपोर्टर भी पप्पू की तरह ही मानसिक रूप से मंदबुद्धि हैं

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  • P V Hari Haran says:

    Respected Sir
    I am senior citizen. I feel extremely disappointed at this time. In 2008 I lost my life savings due to investment gain greediness. I lost a considerable savings.

    Now you look at the situations.

    1. SeBi why it did not investigate the manipulation in share price of adhani.

    2.DRI and ED did not investigate how so much money and whose money through Mauritius and other tax Heaven countries. Is it Hawala money expatriated during Demonization and brought back india to legitimize the black money.

    How SBi Chairman in Australia sanctioned the loan of 2 billion dollars. Who in RBi approved this transaction. Action on Office for profit should should be initiated against SBI Chairman
    Why everybody in the Machinery is sleeping on whose instructions?

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