वाह रे उत्तर प्रदेश…. उत्तर प्रदेश की राजनीति तो गजब है ही, अफसरशाही भी गजब है….कितना शर्मनाक नजारा देखने को मिला जब एक डीएम जूतों से पीट गए। डीएम कोई छोटा मोटा पद नहीं होता….एक तो वो भारतीय प्रशासनिक सेवा का अधिकारी होता है यानी की आईएएस तो दूसरी तरफ वो जिले का मालिक भी कहा जाता है। माना जाता है कि डीएम के आदेश के बिना जिला में एक पत्ता भी नहीं खड़कता….लेकिन यूपी के आगरा जिले में शुक्रवार को जो कुछ भी हुआ, वो शर्मसार करने वाला है।
वैसे यूपी में जूतों से मारपीट की घटना कोई नई नहीं है। अफसरों से पहले यहां पर नेताओं के बीच भी जूतों से मारपीट की घटना घट चुकी है। डीएम और बीडीओ के बीच हुई इस जूतमपैजार की घटना ने 2019 की याद दिला दी है। जब संत कबीर नगर में एक मीटिंग के दौरान ही भाजपा के सांसद शरद त्रिपाठी ने अपनी ही पार्टी के विधायक राकेश सिंह को जूतों से पीटना शुरु कर दिया था। उस वक्त भी इस जूता कांड का वीडियो खूब वायरल हुआ था।
नेताओं के बीच हुए जूता कांड को लोग लगभग भूल ही चुके थे कि दो अधिकारियों के बीच हुए जूता कांड ने पुरानी यादें भी ताजा कर दी है। अब आगरा में हुए जूता कांड की चर्चा कर लेते हैं और आपको पूरी जानकारी दे देते हैं। इस घटना ने हंगामा मचा कर रख दिया है।
मेनस्ट्रीम मीडिया से लेकर सोशल मीडिया पर आगरा के जूता कांड की चर्चा ही चल रही है। आगरा में एक मीटिंग के दौरान डीएम और एक बीडीओ के बीच जूतमपैजार की खबर ने सबको सकते में डाल दिया है। मिली जानकारी के अनुसार मीटिंग के दौरान ही डीएम साहब ने गुस्से में आकर बीडीओ को पेपरवेट चला कर मारा। इसके बाद बीडीओ भी गुस्से में आकर डीएम पर जूतों की बरसात कर दी।
हालांकि इस पूरे मामले की हकीकत कोई बताने को तैयार नहीं है। डीएम ने बीडीओ के खिलाफ एफआईआर दर्ज करा दी है। सहायक विकास अधिकारी पंचायत पंकज कुमार की तहरीर पर बीडीओ के खिलाफ धारा 323, 504, 506 और 332 के तहत मुकदमा दर्ज हो चुका है। डीएम की ओर से दर्ज कराई गई एफआईआर में बताया गया है कि समीक्षा बैठक चल रही थी।
डीएम भानुचंद्र गोस्वामी ने बरौली अहीर की समीक्षा करते हुए धीमी विकास गति पर बीडीओ से पूछताछ कर रहे थें। इसी पर बीडीओ उत्तेजित हो उठे। उन्होंने डीएम के विरुद्ध अभद्र भाषा का प्रयोग किया। बीडीओ ने डीएम के साथ गाली गलौज किया और मारपीट का प्रयास किया। अब आरोपी बीडीओ की गिरफ्तारी की कोशिशें शुरु हो चुकी हैं और उनका मोबाइल भी स्विच ऑफ आ रहा है। वैसे अभी तक बीडीओ का पक्ष सामने नहीं आ सकता है।
इस घटना पर राजनीति भी तेज हो चुकी है। यूपी कांग्रेस ने इस मसले पर राज्य की योगी आदित्यनाथ सरकार को भी लपेटे में लिया है। कांग्रेस ने एक्स पर लिखा है कि आगरा में डीएम साहब और बीडीओ साहब के बीच जूतमपैजार का मामला सामने आया है। बताया जा रहा है कि किसी बात पर बिगड़े डीएम साहब ने बीडीओ साहब को पेपरवेट फेंक कर मारा तो बदले में बीडीओ साहब ने डीएम को जूते से पीट दिया। ऐसी परिस्थितियां देश के लोकप्रिय सीएम के उत्तर प्रदेश के अलावा और कहां देखने को मिल सकती है। जहां की नौकरशाही ही जूतमपैजार में व्यस्त रहे, वहां की जनता का क्या हाल होगा।