यूपी के बुलन्दशहर जिले में घटित हुए आईटीआई कांड में प्रिंट मीडिया जमकर मैनेज किया गया… बुलन्दशहर के आईटीआई में सामूहिक नकल के मामले में यूं तो दबाव बढ़ने के बाद आखिर अब पांच लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है, लेकिन मीडिया को कैसे मैनेज किया गया, इसका अंदाजा इन तीन आडियो टेप से लगाईये। कैसे रूपयों के दम पर दैनिक जागरण सहित तीन प्रमुख अखबारों को खरीदा गया। इतना ही नहीं बढ़िया ढंग से कलम की कलयुगी बाजीगर मैनेज भी हुए। पत्रकारिता के नाम पर दलाली का यह नमूना भर है। नकल माफिया डीएम बी.चन्द्रकला तक को गरिया रहे हैं। आडियो में नम्बर एक अखबार होने का दावा करने वाले दैनिक जागरण का नाम भी है।
दरअसल दैनिक जागरण के ब्यूरो चीफ सुमनलाल कर्ण जोकि पहले रिपोर्टर रहे थे, वह पहले शिक्षा की बीट देखते थे। आईटीआई में उनके अच्छे संबंध हैं। आरोप है कि उन्होंने अपने कई लोगों को आईटीआई भी करायी। आडियो में जिस कपिल का नाम आ रहा है वह हिन्दुस्तान अखबार में रिपोर्टर है। दरअसल 6 अगस्त को नगर के सागर आईटीआई केंद्र पर परीक्षा से पूर्व ट्रेड थ्यौरी के पेपर को आउट करके उत्तर हल किए जा रहे थे। शिकायत मिलने पर एसडीएम सदर ओर सीओ ने छापा मारकर नकल का भंडाफोड़ किया और भारी मात्रा में प्रश्न पत्र व उत्तर पुस्तिकाएं बरामद कीं। मौके से पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार किया।
मामला मैनेज होता रहा। डीएम बी. चन्द्रकला के संज्ञान में आया तो उन्होंने सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए। इसके बाद कई स्थानों पर छापेमारी हुई। आईटीआई के प्रधानाचार्य संजय किशोर, एके पांडे ओर दुश्यंत को गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस ने पेपर आउट करने के बदले मिले 4 लाख रूपये भी प्रधानाचार्य से बरामद कर लिए। इस मामले में वीआईआईटी इंजीनियरिंग कालेज के विजय कौशिक, शिवचरन इंटर कालेज के अशोक शर्मा, महेन्द्र चौधरी ओर सुरेन्द्र शर्मा फरार हैं। आडियो टेप बता रहे हैं कि कैसे इस मामले में मीडिया को मैनेज करके मोड़ दिया जा रहा था। आडियो की बातचीत आइटीआइ के प्रधानाचार्य और इंजीनियरिंग कालेज के विजय कौशिक के बीच है। आरोपियों के मोबाइल से मिले इन आडियो टेप को इन्वेस्टीगेशन का पार्ट भी बनायेगी। टेप सुनने के लिए नीचे दिए गए तीनों यूट्यूब लिंक को एक-एक कर क्लिक करिए और सुनिए :
(1) https://www.youtube.com/watch?v=GkRbaOVd6Jw