मुख्यमंत्री ने बुलाई फेडरेशन और प्रोड्यूसरों की बैठक… फ़िल्म और टीवी कामगार तथा महिला कलाकार और टेक्नीशियन पिछले 7 दिन से हड़ताल पर… अपनी विभिन्न मांगो को लेकर मुम्बई के गोरेगांव पूर्व स्थित फिल्मसिटी स्टूडियो के बाहर भारी बारिश में आमरण अनशन और हड़ताल पर बैठे फ़िल्म और टीवी कामगारों की यूनियनों को नेतृत्व करने वाली फेडरेशन ऑफ वेस्टर्न इंडिया सिने एम्प्लॉयज और प्रोड्यूसरों की संस्था को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने बैठक के लिए आमंत्रित किया है।
माना जारहा है कि इस बैठक में फेडरेशन की 22 यूनियनों के ढाई लाख सदस्यों के पक्ष में राहत भरी खबर आ सकती है। उधर फेडरेशन ऑफ वेस्टर्न इंडिया सिने एम्प्लॉयज के प्रेजिडेंट बी एन तिवारी और जनरल सेक्रेटरी दिलीप पिठवा ने दावा किया कि रविवार को उड़ान, बढ़ो बहु, चिड़ियाघर, राजश्री प्रोडक्शन के एक सीरियल की भी शूटिंग बंद करके टेक्नीशियन, कामगार सेट से बाहर आ गये और हड़ताल में शामिल हो गए। फ़िल्म और टीवी कामगार तथा महिला कलाकार और टेक्नीशियन पिछले 7 दिन से हड़ताल पर हैं।
एन्ड टीवी के शो बढ़ो बहु की शूटिंग बंद हो गयी। सब टीवी के शो चिड़ियाघर की शूटिंग भी बंद करके शनिवार को ही कामगार सेट छोड़कर बाहर आये और हड़ताल में शामिल हो गए। फेडरेशन की पहल पर वैनिटीवेंन और इक्यूपमेंट वाले भी हड़ताल में शामिल हुए। कलर्स के शो उड़ान की भी आज शूटिंग कैंसिल हुई है। इस सभी शो के टेक्नीशियन शो छोड़कर बाहर आगये और हड़ताल में शामिल हो गए जबकि स्टारप्लस के शो नामकरण की 65 परसेंट टीम हड़ताल में शामिल हो गयी। इस शो की शूटिंग भी होना मुश्किल लग रहा है।
इस अनिश्चितकालीन हड़ताल के बारे में श्री तिवारी और पिठवा के मुताबिक फेडरेशन की इस अनिश्चित कालीनहड़ताल के पीछे उद्धेश्य है कि फिल्म और टेलीविजन इंडस्ट्रीज के सभी कामगारों, टैक्निशियनों और कलाकारों के साथ जो बरसों से वायदाखिलाफी और नाइंसाफी हो रही है उसको हमेशा के लिये समाप्त किया जाये। फेडरेशन लंबे समय से मांग करता रहा है कि आठ घंटे की शिफ्ट हो और हर अतिरिक्त घंटे के लिये डबल पेमेंट हो। हर क्राफ्ट के सभी कामगारों, टैक्निशियनों और कलाकारों आदि की चाहे वह मंथली हो या डेलीपैड, पारिश्रमिक में तत्काल वाजिब बढ़ेत्तरी, बिना एग्रीमेंट के काम पर रोक, मिनीमम रेट से कम पर एग्रीमेंट नहीं माना जायेगा। साथ ही जॉब सुरक्षा, उत्तम खानपान और सरकार द्वारा अनुमोदित सारी सुविधायें और ट्रेड यूनियन के प्रावधान हमारी प्रमुख मांग है। मगर निर्माता हमारी मांग को लगातार नजरअंदाज कर रहे हैं।
बॉलीवुड में काम कर रहे ये कामगार अपना नया एमओयू साइन करवाना चाहते हैं, जिसकी मियाद पिछली फरवरी में खत्म हो चुकी है। ये एमओयू हर ५ साल में साइन होता है।इस बार नए एग्रीमेंट में कामगारों की मांगों में उनका मेहनताना, सुरक्षा, समय पर भुगतान, काम करने की समय सीमा और बीमा शामिल हैं। इनके मुताबिक, इनका मेहनताना ३ से ६ महीने बाद मिलता है। १८-१८ घंटे काम करवाया जाता है। इस हड़ताल को भाजपा की चित्रपट सेना का भी समर्थन मिला है।
मुंबई से शशिकांत सिंह की रिपोर्ट. संपर्क : [email protected]