देश में अगर मीडिया के प्रति नकारात्मक सरकारी रवैये का कोई तुलनात्मक अध्ययन हो तो यूपी हर मायने में नंबर एक पर आएगा. नौकरशाहों पर पूरी तरह आश्रित सीएम योगी के राज में अफसर एक झटके में पत्रकारों को नाप दे रहे हैं. बनारस में एक बुजुर्ग पत्रकार के घर पर लाकडाउन में गुंडों ने ताला जड़ दिया जिससे वह दर दर भटक रहा है, वहीं अलीगढ़ में एक युवा पत्रकार के आफिस को खिसियाए जिलाधिकारी ने सील कर दिया.
पढ़िए पत्रकार जियाउर्रहमान की तरफ से जारी प्रेस रिलीज-
व्यवस्था दर्पण के ऑफिस पर ताला मीडिया पर हमला, मेरी हत्या की हो रही साजिश : जियाउर्रहमान
अलीगढ़ । व्यवस्था दर्पण मासिक पत्रिका और न्यूज़ पोर्टल के संपादक और युवा अधिवक्ता जियाउर्रहमान एडवोकेट के जेल रोड स्थित कार्यालय पर जिला प्रशासन द्वारा गैरकानूनी रूप से उनकी अनुपस्थिति में सील लगाने की शिकायत युवा अधिवक्ता ने मुख्य सचिव और प्रेस काउंसिल ऑफ इंडिया से की है। जियाउर्रहमान एडवोकेट ने कार्यवाही को मीडिया पर हमला बताते हुए माफियाओं को संरक्षण देने का आरोप लगाया है।
जियाउर्रहमान एडवोकेट ने कहा कि व्यवस्था दर्पण सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय से पंजीकृत है और प्रामाणिक खबरें ही चलाता है। डॉ वक़ार हार्ट सेंटर ग्रीन जोन में अवैध व्यावसायिक निर्माण है, जिसके खिलाफ एडीए ने ध्वस्तीकरण आदेश जारी कर रखे है। व्यवस्था दर्पण ने हमेशा प्रामाणिक एवं तथ्यात्मक खबरें प्रकाशित की हैं, यदि किसी को खबरों से दिक्कत थी तो FIR करनी चाहिए थी या लीगल नोटिस भेजना था। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन ग्रीन जोन में बने अवैध निर्माण करने वाले माफियाओं को संरक्षण दे रहा है, इसलिए व्यवस्था दर्पण पर गैरकानूनी कार्यवाही की है।
जियाउर्रहमान एडवोकेट ने कहा कि व्यवस्था दर्पण ऑफिस सील करने से पहले न कोई नोटिस दिया गया, न कोई किसी जांच का पत्र दिया गया और न ही सूचना दी गयी। उन्होंने कहा कि आफिस में केसों की फाइल, महत्वर्पूण दस्तावेज, लेपटॉप और बैंक खातों की चेकबुक रखीं है और 4 हजार रुपये रखे हैं, यदि कार्यालय से कुछ भी चोरी या गायब हुए तो उसका जिम्मेदार जिला प्रशासन होगा। उन्होंने कहा कि 24 घंटे बाद भी अभीतक कोई सूचना, कारण और लिखित में दस्तावेज नहीं दिया गया है। जियाउर्रहमान ने कहा कि डीएम अलीगढ़ को कारण बताने के लिए पत्र भेजा है।
उन्होंने कहा कि वह डीएम की तानाशाही के सामने झुकने वाले नहीं है, रविवार तक ऑफिस की चाबी नहीं दी गयी तो कानूनी कार्यवाही करेंगे।
भवदीय
जियाउर्रहमान एडवोकेट
संपादक- व्यवस्था दर्पण मासिक
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