भड़ास4मीडिया डॉट कॉम के संचालन पर आने वाले खर्च को मिल बांट कर पूरा करने के मकसद से हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी चंदा मांगो अभियान शुरू किया जा रहा है. जैसे आप अखबार पढ़ने के लिए हर महीने पैसे देते हैं, टीवी देखने के लिए हर महीने पैसे देते हैं, वैसे ही एक ढंग की वेबसाइट को रेगुलर पढ़ने के लिए भी आपको थोड़े-से पैसे खर्च करने के चाहिए.
खासकर उन वेबसाइट्स के लिए जो कारपोरेट्स, कंपनीज, ट्रस्ट द्वारा संचालित नहीं हैं, बल्कि इन्हें इंडिविजुवल्स, जर्नलिस्ट्स चला रहे हैं. यह मदद है तो स्वैच्छिक लेकिन नैतिक रूप से इसे अनिवार्य काम मानना चाहिए. आप कम से कम सौ रुपये तो जरूर ही दें. कुछ रोज पहले रायबरेली के एक पत्रकार और उद्यमी साथी महेंद्र जी ने खुद ब खुद भड़ास के लिए दस हजार रुपये भेजे. ऐसे सचेत और समर्पित साथियों के चलते ही भड़ास का संचालन हो पाता है.
आप भी अपने हिस्से का योगदान करें. मुझसे कई बार लोग मिलते हैं तो कहते हैं कि बताइए क्या सहयोग करें, कहिए क्या सहयोग करें. उन सभी से हमेशा कहता रहा हूं कि जब सहयोग लेने की बारी आएगी तो भड़ास में इसके लिए बाकायदा एक पोस्ट अपलोड होगी और तब आप सहयोग करिएगा, क्योंकि हम लोग साल के बारहों महीने सहयोग नहीं लेते. सहयोग लेने की एक अवधि तय कर देते हैं, उस दौरान जो सहयोग देता है, उससे सहर्ष सहयोग लेते हैं.
आप भड़ास तक अपनी मदद पहुंचाने के लिए yashwant@bhadas4media.com पर मेल करें.
याद रखें, पिछले ग्यारह साल से भड़ास सिर्फ और सिर्फ आप पाठकों के सहयोग, ताकत और प्यार के बल पर ही संचालित होता आया है.
-यशवंत, एडिटर, भड़ास4मीडिया
मेल : yashwant@bhadas4media.com
One comment on “भड़ासी तेवर वाली पत्रकारिता जिंदा रखने के लिए मदद करें”
आपके जज्बे से हमेशा कुछ न कुछ सीखने को मिलता है। आप बड़े भाई है और हमेशा गुरु की भूमिका में बने रहे , अन्याय के खिलाफ हिमालय की तरह अड़े खड़े रहे इसके लिए ये मदद जरूरी है।