पंकज चतुर्वेदी-
ज्याँ बॉद्रिला {Jean Baudrillard} की किताब ‘सिडक्शन’ {Seduction} में शामिल इस कहानी {जिसे सॉमरसेट मॉम ने भी अपने ढंग से बयान किया है} के बारे में मुझे मशहूर चित्रकार अखिलेश {Akhil Esh} ने हाल ही में मण्डला में बताया; तब मैंने अभिभूत होकर इसे ढूँढ़ा और अनुवाद करके आपके समक्ष प्रस्तुत कर रहा हूँ :
“एक समय बग़दाद में राजा ने कुछ सामान ख़रीदने के लिए अपने एक प्रिय सैनिक को बाज़ार भेजा, मगर वह थोड़ी ही देर में भय से पीला पड़ा और काँपता हुआ लौट आया और बोला : ‘हुज़ूर, अभी-अभी जब मैं बाज़ार में था, भीड़ में एक औरत ने मुझे धक्का मारा और जब मैं मुड़ा, मैंने देखा कि वह मृत्यु थी, जिसने मुझे धक्का दिया था। उसने धमकी-भरे अंदाज़ में मुझे घूरा।
अब आप मुझे अपना घोड़ा दे दीजिए और मैं उस पर सवार होकर इस शहर से दूर चला जाऊँगा और अपनी नियति को टाल दूँगा। मैं समरकन्द पहुँच जाऊँगा, जहाँ मृत्यु मुझे नहीं खोज पाएगी।’
राजा ने उसे अपना घोड़ा दे दिया, सैनिक उस पर सवार हुआ और उसे एड़ लगाकर जितनी तेज़ी से घोड़ा चौकड़ी भर सकता था, वह चला गया।
इसके बाद राजा ख़ुद बाज़ार गया और मृत्यु को भीड़ में खड़ी देखकर, उसके पास जाकर पूछा : ‘तुमने धमकी-भरे अन्दाज़ में मेरे सैनिक को क्यों घूरा, जब वह आज सुबह तुम्हें दिखा था?’
मृत्यु ने जवाब दिया : ‘वह धमकी-भरा अन्दाज़ नहीं, बल्कि मेरे मन में सिर्फ़ एक आश्चर्य पैदा हुआ। मैं उसे बग़दाद में देखकर चकित थी, क्योंकि मुझे उससे आज रात समरकन्द में मिलना था।’ “
Rajeev Ranjan Tiwari
July 26, 2023 at 8:43 am
गजब। बेचारा बिना किसी मेहनत के समरकन्द पहुंच गया।