शहज़ाद अख्तर-
लखनऊ के वीआईपी इलाके वजीर हसन रोड पर अलाया अपार्टमेंट की बिल्डिंग गिरने से हादसे में जिस परिवार का सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है वह लखनऊ की वरिष्ठ पत्रकार कुलसुम तलहा हैं जिनकी बेटी उज़मा तलहा की इस हादसे में दुखद मौत हुई है।

वरिष्ठ पत्रकार कुलसुम तलहा के परिवार को मैं 20 साल से जानता हूं। हालांकि उनके पति ओसामा तल्हा से मेरा कोई मुलाकात नहीं रही लेकिन लखनऊ में राजनीति करने वाले पुराने नेताओं और पत्रकारों के मुंह से अक्सर उनकी जांबाज़ी के किस्से सुनने को मिलते रहते हैं।
कुसुम तलहा जी की मेरी पहली मुलाकात प्रेस क्लब ऑफ इंडिया नई दिल्ली में हुई थी और तब से मैं उनके परिवार के लोगों के संपर्क में हूं। भवन हादसे में उनकी बेटी उज़मा तलहा और बेटी की सास के मरने की खबर ने उनके परिवार पर गमों का पहाड़ तोड़ दिया है।
इस हादसे में एक और व्यक्ति का नुकसान हुआ है जिसका नाम अब्बास हैदर है जो कुलसुम तलहा के दामाद हैं और समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता और बहुत मिलनसार इंसान हैं। उन्होंने अपनी बीवी और अपनी मां दोनों को खो दिया है।
कुलसुम तलहा के पत्रकार पति ओसामा तलहा की गिनती भी लखनऊ के दिग्गज पत्रकारों में होती रही है। लगभग 20-22 साल पहले ओसामा तलहा की दुखद मृत्यु के बाद कुलसुम तलहा ने अपनी बेटी उज़मा तलहा और और बेटे अब्बास तलहा के साथ पुरानी यादों को समेट कर एक बार फिर नई जिंदगी शुरू की।
कुलसुम तलहा ने अपनी बेटी और बेटे को आला तालीम के साथ शराफत की तालीम भी दी। इस परिवार को जानने वाले लोग अच्छी तरह वाकिफ हैं कि इस परिवार के दोनों बच्चों ने हमेशा बड़ों को इज्जत देने के साथ-साथ शराफत के दामन को हमेशा पकड़ कर रखा। अपनों को खोने का गम किसी भी तरह भुलाया नहीं जा सकता। हम इस परिवार के लिए दुआ के अलावा कुछ और करने की स्थिति में नहीं है। यही दुआ है कि ऊपरवाला इस परिवार को गम बर्दाश्त करने की अता करें। अमीन!