प्रिय यशवंत जी
श्री गंगा सागर चौहान जी द्वारा दिए गए जवाब गुमराह करने वाले हैं। पुलिस जाँच में कोई साक्ष्य ना मिल पाने के बाद वे सोशल मीडिया में एकतरफ़ा बयानबाज़ी कर रहे हैं। उनका आरोपों का प्वाइंट वाइज जवाब दे रहा हूं-
- वीडियो में मेरे घर पर आकर किसी और विषय पर बात करके उस वीडियो को किसी अन्य मुद्दे से जोड़कर वे भ्रम फैला रहे हैं। इसके लिए धमकी देने के साक्ष्यों के साथ इनके उपर एफआईआर दर्ज है ।
- चेक किन प्रयोजन में दिए गए, किस लिए दिए गए, बाउन्स ना होकर स्टॉप पेमेंट्स है, पुराने पड़ चुके चेक प्रज़ेंट किए गए। सारा प्रकरण माननीय न्यायालय में है ।
- मामले में क़ानूनी कार्यवाही जारी है । FIR दर्ज है । साक्ष्य यहाँ नहीं, IO को दिए गए हैं।
- माननीय न्यायालय के समक्ष जवाब देंगे ।
- रीना सिंह ने इस मामले में सभी उचित फ़ोरम पर शिकायत दर्ज करा दिया है और उचित कार्यवाही की जा रही है।
- माननीय न्यायालय में अपना पक्ष प्रस्तुत करेंगे ।
प्रिय यशवंत जी यह पूरा प्रकरण भ्रामक तथ्यों के आधार पर आपकी लोकप्रिय वेबसाइट को मोहरा बनाने का एक सांगठनिक प्रयास है। मेरा आपसे अनुरोध है कि चूँकि सारा मामला अब माननीय न्यायलय में है तो शिकायतकर्ता भी अपनी बात सक्षम न्यायालय में ही दे। कृपया इस विषय को आगे अपनी वेबसाइट पर जगह ना दें। यह इतना गम्भीर विषय नहीं है और ना ही हम लोग इतने महत्वपूर्ण हैं।
सोशल मीडिया के दुरुपयोग को लेकर माननीय उच्चतम न्यायालय द्वारा भी अभी चिंता ज़ाहिर की गयी है। इस प्रकरण में सोशल मीडिया का सहारा लेकर हमेशा षड्यंत्र रच कर छवि धूमिल करने का प्रयास किया गया है। हमने विषय को न्यायालय समक्ष रख दिया है और पुलिस जाँच में भी उभय पक्षों को यही सलाह देते हुए मेरे पक्ष में ख़त्म किया है । कृपया इस विषय को आगे स्थान ना दें।
अनुरोध के साथ
मुकेश बहादुर सिंह
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