पी 7 न्यूज के बंद होने के बाद बकाया भुगतान को लेकर रोजाना नई नई कहानियां सामने आ रही है। चैनल बंद करते समय प्रबंधन ने सभी का फुल एंड फायनल पेमेंट करने का लिखित में वादा किया था, लेकिन जब ऐसा नहीं हुआ तो पत्रकारों ने धरना प्रदरेशन से कोर्ट में प्रबंधन के लोगों को घसीटा। तब करीब 160 लोगों का भुगतान किया गया। डायरेक्टर केसर सिंह, बिधु शेखर के खिलाफ गाली गलौज और मोर्चा खोलने वालों को ही पेमेंट किया गया।
इसके दूसरे ग्रुप ने धरना प्रदर्शन से लेकर वही काम किया, जो पहले ग्रुप ने किया था, तो उन्हें भी भुगतान कर दिया गया। दूसरे ग्रुप में करीब 300 लोगों के भुगतान के लिए सूची सौंपी गई थी, लेकिन आखिरी में वो लिस्ट छोटी होकर 60 लोगों की हो गई। इसमें भी प्रबंधन की मनमानी साफ दिखाई देती है।
हड़ताली लोगों के चार प्रमुख लोगों को केसर सिंह ने चर्चा के लिए बुलाया और उनके साथ पार्टी हुई। इसमें हड़तालियों के ये चारो नेता पट गए और वे इस बात के लिए तैयार हो गए कि धरने में आने वाले केवल 60 लोगों का पेमेंट कर दिया जाएगा, तो वे धरना समाप्त कर लेंगे। आखिर में हुआ भी यही। 60 लोगों को पैसा मिल गया और बाकी 240 लोग मुंह ताक रहे हैं।
इससे दो बातें तो साफ है। पहली कि प्रबंधन उन्हीं लोगों का हिसाब-किताब कर रहा है, जो उससे गाली गलौज और प्रदर्शन कर रहे हैं। दूसरी यह कि जो लोग प्रबंधन से शांति पूर्वक तरीके से फुल एंड फायनल पेमेंट के लिए बात कर रहे हैं, उन्हें अभी तक ठेंगा दिखाया जा रहा है। बेशर्मी की भी हद है कि जो लोग प्रबंधन के खिलाफ अनाप-शनाप बोल रहे हैं, उन्हें चोर कहकर भुगतान किया जा रहा है।
ves
March 20, 2015 at 3:49 am
240 log muh tak rahe hai ye wo log hai jinko apani roti/paise ka chinta chud nahi hai to sath wale roti ki chinta karega kya? Jo bhi log Andolon me skriye the
wnhe paise mile hai. Banki sabhi ko 40 % tak ka
payment mil gaya Hai. Jo kisi bhi tarah se madad nahi kiya en muhim me usi ka payment nahi mila hai.