महेश्वर दत्त शर्मा-
एक खुशखबरी…कथाकार-अनुवादक-संपादक प्रभात रंजन को वर्ष 2024 का देश का पहला ‘लेखक रत्न’ सम्मान देने की घोषणा की गई है। देश के लेखकों द्वारा काफी समय से भारत रत्न की तर्ज पर ‘लेखक रत्न’ की स्थापना की मांग की जा रही थी।
पुरस्कार की घोषणा से लेखक वर्ग में काफी खुशी की लहर है। लोगों का कहना है कि बिल्कुल सही समय पर सही निर्णय लिया गया है।
इस विषय पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए संपादक पल्लव ने कहा है कि यह ‘हिंदुओं’ (हिन्दू कॉलेज से लिखाई-पढ़ाई करने वाले) के लिए गौरव का क्षण है।
कवि-कथाकार उमा शंकर चौधरी ने जहां खुशी जताई है वहीं इस सम्मान को देर से शुरू करने पर रोष भी व्यक्त किया है।
कथाकार-आलोचक और इनदिनों वाइल्ड लाइफ फोटो ग्राफी कर रहे राहुल सिंह ने कहा है कि इस सम्मान समारोह को वे निशुल्क फोटोग्राफी करेंगे। उनका कहना है कि इस समारोह की फोटोग्राफी के दौरान उनको बहुत ही एडवेंचर महसूस होगा और उन्हें कई तरह के लोगों की फोटो लेने का मौका मिलेगा जो वाइल्ड लाइफ फोटोग्राफी में नहीं मिलता।
दूसरी तरफ कवि-पत्रकार विमल कुमार ने इस पुरस्कार का विरोध करते हुए कहा है कि वे इस बात से खुश हैं की ‘लेखक रत्न’ की स्थापना हुई है लेकिन देश का पहला सम्मान किसी लेखिका को मिलना चाहिए था।
सूत्रों का कहना है कि आगामी 14 फरवरी को मजनू के टीले पर सम्मान समारोह का आयोजन किया जाएगा। प्रयास किया जा रहा है कि मल्लिका फिल्म में ‘मन्नो’ का रोल करने वाली अभिनेत्री-लेखिका मनीषा कुलश्रेष्ठ मुख्य अतिथि के रूप में पधारें।