भागलपुर (बिहार) : कलम के मजदूरों को भी अन्य मजदूरों की तरह कोरोना ने लाचार कर दिया है। आपकी खबर सरकार तक पहुंचाने वाले पत्रकार भी कोरोना के शिकंजे में आ गए हैं। अखबार प्रबन्धन के लोगों ने वर्क फ्रोम होम का किया प्रचार लेकिन ऑफिस आने के लिए पत्रकारों को किया लाचार। अखबारी प्रबन्धन के टेंशन से, नौकरी चले जाने के आतंक से और मीडिया जगत में हो रही छंटनी, वेतन कटौती, तालाबंदी ने पत्रकारों की इम्यूनिटी इतनी घटा दी कि पत्रकार कोरोना के आसान शिकार हो गए।
ताजा घटनाक्रम इस तरह है कि दैनिक जागरण, भागलपुर यूनिट से जुड़े पांच मीडियाकर्मियों के कोरोना संक्रमित होने की खबर मिली है। संपादकीय विभाग के शंकर दयाल मिश्रा, कामरान हाशमी व अनिल कुमार, कम्प्यूटर ऑपरेटर बबलू, प्रसार विभाग के पांडेय जी कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं।
कहने को तो कागज पर वर्क फ्रॉम होम है, लेकिन बताया जा रहा है कि जीएम राजाराम तिवारी की मनमानी, हठधर्मिता के कारण संकट की इस घड़ी में भी कर्मचारी दफ्तर आने को मजबूर हैं।
यहां बता दें कि भागलपुर यूनिट से जुड़े अधिकांशतः जिला कार्यालय को बंद कर दिया गया है। जिला प्रभारियों द्वारा घर से ही खबरें भेजी जा रही है। इस स्थिति में भी प्रबंधन द्वारा प्रभारी से लेकर प्रखंड स्तर तक के संवाददाताओं के ऊपर विज्ञापन व प्रसार बढ़ाने के लिए दबाव बनाए जा रहे हैं।
मिली जानकारी के मुताबिक, कर्मचारियों में जीएम राजाराम तिवारी के प्रति आक्रोश बढ़ता जा रहा है। बहरहाल, जो भी हो भागलपुर में जागरण प्रबंधन बेहोश है। अगर नोएडा में बैठे शीर्ष अधिकारी समय रहते होश में नहीं ला पाए तो स्थिति विस्फोटक होने से इन्कार नहीं किया जा सकता।
इधर, दैनिक भास्कर भागलपुर से जुड़े सुधीर तिवारी के भी कोरोना संक्रमित होने की सूचना मिली है।