Nadim S. Akhter : इंडिया टीवी पर रजत शर्मा वाले ‘आप की अदालत’ प्रोग्राम में सांसद योगी आदित्यनाथ खुलेआम मुसलमानों के खिलाफ आग उगल रहे हैं। कह रहे हैं कि तुम एक मारोगे तो हम सौ मारेंगे। मुस्लिमों को हिन्दू धर्म में वापस लाएंगे, ये घर वापसी है। और, स्टूडियो में मौजूद जनता आदित्यनाथ की हर बात पे ताली पीट रही है। इनमें कम उम्र की युवतियां भी शामिल हैं। बड़ा अजब माहौल है। खुलेआम भारत के संविधान की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। इस तरह के भड़काऊ बयान वाले प्रोग्राम को न्यूज के नाम पर प्रसारित करके Rajat Sharma जी क्या संदेश दे रहे हैं? एडिटोरियल जजमेंट नाम की कोई चीज रह भी गई है कि नहीं इस देश में?
माना कि योगी आदित्यनाथ की जबान पे रजतजी का कंट्रोल नहीं लेकिन ऐसे भड़काऊ जहर उगलने वाले इंटरव्यू को प्रसारित किया जाए या नहीं, ये फैसला तो रजत जी ले ही सकते हैं। और मेरी ये जानने की तीव्र इच्छा है कि आदित्यनाथ के संविधान विरोधी बयानों पर स्टूडियो में ताली पीटने वाली जनता कहां से बुलाई गई थी? किसी हिंदूवादी संगठन से या फिर कहीं और से क्योंकि खून-खराबे की बात करने वाले गैरजिम्मेदार आदित्यनाथ की बातों पर ताली देश का कोई सामान्य नागरिक तो नहीं ही बजा सकता, ये कॉमन सेंस की बात है। या फिर कहीं ऐसा तो नहीं कि सबकुछ प्रायोजित था? हाथी के दांत दिखाने को और व खाने को और। क्यों रजत शर्मा जी?
पत्रकार और शिक्षक नदीम एस. अख्तर के एफबी वॉल से.