राष्ट्रीय सहारा अखबार के कर्मियों ने कई महीने से सेलरी न मिलने से नाराज होकर हड़ताल शुरू कर दिया है. खबर है कि नोएडा, देहरादून, वाराणसी संस्करणों के मीडियाकर्मियों ने कामकाज ठप कर दिया है. नोएडा एडिशन के संपादकीय विभाग के लोगों ने बाहर निकल कर नारेबाजी की है. ज्ञात हो कि सुब्रत राय के जेल जाने के बाद से सहारा मीडिया में सेलरी का संकट बना हुआ है.
नोएडा में राष्ट्रीय सहारा कर्मियों ने हड़ातल कर नारेबाजी शुरू कर दी.
कई त्योहार आए और गए लेकिन सहारा कर्मी पैसे के लिए रोते रहे. प्रबंधन दूसरे खर्चों पर कटौती नहीं कर रहा लेकिन स्टाफ की सेलरी पर कुंडली मारे बैठा है. आज की हड़ताल से संभव है कि प्रबंधन की आंख खुले और सबको बकाया सेलरी दे दी जाए. हालांकि यह भी कहा जा रहा है कि सेलरी न देना प्रबंधन की रणनीति का हिस्सा है ताकि अदालतों पर दबाव बनाया जा सके कि अगर सुब्रत राय को रिहा नहीं किया गया तो लाखों घरों के चूल्हे बुझे रहेंगे. फिलहाल राष्ट्रीय सहारा अखबार में हड़ताल की खबर से मीडिया जगत में हलचल है. इससे पहले मजीठिया वेज बोर्ड को लेकर दैनिक जागरण, नोएडा के कर्मियों ने हड़ताल कर दिया था.
हड़ताल को लेकर अभी अभी भड़ास के पास आई एक मेल इस प्रकार है…
भड़ास के लिए सूचना
दिनांक 10.07.2015
राष्ट्रीय सहारा नोएडा, देहरादून व वाराणसी मे संपादकीय कामकाज ठप
तीन-तीन, चार-चार माह के बाद आधा अधूरा वेतन पाकर लंबे अर्से से कम कर रहे सहारा के कर्मचारियों का धैर्य अब जवाब दे गया है। वेतन की माँग को लेकर राष्ट्रीय सहारा के नोएडा कार्यालय में आज 4.30 बजे से समपादकीय विभाग के आक्रोशित कर्मचारियों ने जमकर हँगामा किया। जिंदाबाद-मुर्दाबाद के नारों के साथ कर्मचारियों ने सहारा इंडिया मास कमुनिकेशन (प्रिन्ट) के प्रशासनिक प्रमुख सीबी सिंह का घेराव किया। समाचार लिखे जाने तक समपादकीय विभाग का कामकाज पूरी तरह ठप रहा है। नोएडा में किए जा रहे विरोध प्रदर्शन को देखकर राष्ट्रीय सहारा की देहरादून, वाराणसी यूनिट में भी सम्पादकीय कामकाज नहीं किया जा रहा है। कर्मचारी कार्यालय तो आए हैं लेकिन समाचार लिखे जाने तक कम शुरू नहीं किए हैं। उधर गोरखपुर, लखनऊ व पटना में भी कामकाज ठप करने की योजना बनाई जा रही है।
JP
July 10, 2015 at 4:49 pm
PATLIPUTRA KI DHARTI MURDA KAUM HO GAYI HAI. APNE KO BAMPANTHI KAHNEWALA SAMPADAK BHINGI BILLI BANA HUWA HAI. YAHAN PATRAAR BECHARE KYA KAREN. SABHI LOG DUSRE RAJYON KE BHAGAT SINGH KE BHAROSE BAITHE HAIN. YEH DURBHAGYA HAI PATNA UNIT KE LIYE KI HAR MAHINE 40 LAC SE ADHIK KAMAYI KARNE KE BAAD YAHAN KE KARAMCHARIYON KELIYE 15 LAC HAR MAHINE COMPANY NAHI DE RAHI HAI. YAHAN KA KABHI TOOTH PASTE BECHNE WALA MANAGER DARPOKE AUR EDITOR APNI SARI KHUDDARI BECHKAR KHA GAYA HAI.
pankaj
July 10, 2015 at 6:05 pm
हड़ताल का खयाल बहुत देर मे आया ।चलो आया तो ।लेकिन हम आप सब सहारा कर्मी को मै सलाम करता हूँ जो बिना सेलरी के भी 6 महीने तक लगे रहे।बिना सेलरी के तो सरकारी कर्मचारी बस एक दो माह मे ही हड़ताल शुरू कर देता है।जबकि उसे पता होता है कि उसकी सेलरी एक दो महीने मे मिल जायेगी।लेकिन आप सब सहारा कर्मी का तो समझ मे नहीं आया कि क्या सोच कर रहे थे 6 माह से।
सहाराकर्मी
July 10, 2015 at 7:58 pm
जरूरी है हड़ताल
perveen kur
July 11, 2015 at 10:17 am
subrot roy ko riha kiya jaaye lakho log nukri m hai court dhiyan dey ya nukri dey
sahara ka ek kartaby
July 11, 2015 at 11:55 am
Mera manna hay ki…hadtal jayaj hay….par kam rokna samasya ka samadhan nahi…kyo ki product ko kharab kar negotiations samajhdari nahi….andolan jayaj hay par product ko hani pahucha kar nahi….
sahara ke ek karkryata.. 😐