क्या अमेरिका की तर्ज़ पर भारत में भी जारी हैं नौकरी के नाम पर महिलाओं का यौन शोषण ?
क्या छोटे शहरों की लड़कियाँ बड़े शहरों की प्राइवेट कंपनी में जाने के लिए कर रही हैं समझौता ?
मदन मोहन सोनी-
अमेरिका की एक टेक कम्पनी ट्रेडशिफ्ट के सीईओ पर सेक्स स्लेवरी कॉन्ट्रैक्ट साइन करवा कर बरसों तक महिला कर्मचारी के यौन शोषण का आरोप लगा है। सैन फ्रांसिस्को की इस कंपनी के को फाउंडर और पूर्व सीइओ 45 वर्षीय क्रिश्चियन लांग पर ये आरोप कंपनी की एक पूर्व कर्मचारी जेन डो ने लगाया है। इस मामले में लांग पर मुकदमा दर्ज किया गया है।
जेन डो का आरोप है कि कंपनी को उन्होंने बतौर एग्जीक्यूटिव असिस्टेंट ज्वाइन किया था। लेकिन कुछ ही दिनों के बाद उनसे जबरन Sex slavery कॉन्ट्रैक्ट पर साइन करा लिया गया और कई साल तक उनका यौन शोषण होता रहा।
जेन डो ने पूर्व सीइओ लांग पर आरोप लगाते हुए बताया कि वो अलग अलग तरीकों से उसका यौन शोषण करता था। लांग ने उस से नौ पन्ने का एक कॉन्ट्रैक्ट जबरन साइन कराया था। इसमें साफ साफ लिखा हुआ था कि जब भी लांग को से,क्स की जरुरत महसूस होगी जेन डो हमेशा उपलब्ध रहेगी और कभी भी मना नहीं करेगी।
इसके साथ ही कॉन्ट्रैक्ट में यह भी लिखा हुआ था कि वो जब भी अपने बॉस को देखेगी तो घुटनां के बल झुक जाएगी और पूछेगी कि वो उसके लिए क्या कर सकती है। ठीक वैसा जैसे की एक गुलाम करता है। इसके साथ ही कॉन्ट्रैक्ट में यह भी लिखा हुआ था कि जेन डो अपना वजन 58 से 70 किलो के बीच रखना होगा। इतना ही नहीं, किसी भी गलती या बिना गलती के लांग उसे जो भी सजा देगा, बिना किसी विरोध के उसे स्वीकार करना होगा।
जेन डो का कहना है कि उन्हें अपनी नौकरी जाने का खतरा था, इस वजह से उन्होंने कॉन्ट्रैक्ट पर मजबूरन साइन कर दिया।
हालांकि पूर्व सीइओ लांग ने इससे इंकार करते हुए कहा है कि दोनों के बीच शारीरिक संबंध आपसी सहमति से बने थें। वहीं कंपनी ने लांग को नौकरी से बर्खास्त कर दिया है। लांग ने कहा कि मेरी गलती सिर्फ इतनी सी है कि उन्होंने एक ऐसी महिला को अपने यहां नौकरी पर रख लिया जिसके उनके साथ यौन संबंध था।
2016 में गुड़गाँव में भी सामने आया था ऐसा मामला – देखें News 18 की रिपोर्ट