अलीगढ़ की एक महिला पत्रकार ने एक व्यक्ति को इसलिए धमका दिया क्योंकि वह कवरेज करने की नीयत से वीडियो बना रहा था. महिला पत्रकार ने उसे डांटते हुए पूछा कि क्या वह पत्रकार है. जब उसने बताया कि वह स्थानीय मोहल्ले का ही है तो महिला पत्रकार ने वीडियो बनाने के चलते उस पर मुकदमा लगवा देने की धमकी दी. वह किसी भइया का नाम ले रही थी जिससे वह मुकदमा लगवा देगी.
इस महिला पत्रकार को ये नहीं पता कि किसी पत्रकार और गैर-पत्रकार के बीच कोई फर्क नहीं होता. संविधान में दर्ज अभिव्यक्ति की आजादी का प्रावधान ही मीडिया इस्तेमाल करता है और इसी प्रावधान के तहत हर व्यक्ति पत्रकार है. सिटिजन जर्नलिज्म का कांसेप्ट दुनिया के हर लोकतांत्रिक देश में है. किसी घटना का वीडियो बनाने का अधिकार जितना किसी पत्रकार को है, उतना ही किसी गैर-पत्रकार को है.
भड़ास एडिटर यशवंत को जब ये वीडियो मिला तो उन्होंने फौरन इसे फेसबुक पर डाला, ये टिप्पणी लिखते हुए
Yashwant Singh : ई पत्रकराईंन हैं। अलीगढ़ की। ये जिस अखबार में काम करती हैं उसका नाम ‘पवन वेग’ है। जाहिर है, इन्हें तूफानी किस्म का होना ही था। इसका मानसिक स्तर देखिए। क्या बोल रही है। लोग कहते हैं कि ये पुलिस की दलाल है। सच्चाई भगवान जानें। पर जो ये बोल रही है, ये भाषा किसी पत्रकार की तो हो नहीं सकती!
इस लौंडिया ने 3 पत्रकारों पर फर्जी मुकदमा लिखवा दिया है।
देखें ये वीडियो-
इस महिला पत्रकार ने तीन मीडियाकर्मियों पर मुकदमा लिखाया है, देखें खबर-
धर्मेन्द्र राघव
May 28, 2020 at 11:17 am
अब एक स्कूल और अस्पताल का वीडियो वायरल हुआ है,जिसमे कथित महिला पत्रकार अवैध वसूली करने गयी है, पूरा मामला डीएम और एसएसपी सहित सूचना अधिकारी को भी भेजकर कार्यवाही की मांग की गई है। पत्रकारों को झूठे मुकद्दमे में जेल भिजवाने और उनके खिलाफ कार्यवाही की मांग कर रही है। और अपने पवनबेग समाचार पत्र में आए दिन झूठी खबर प्रकाशित कर अधिकारियों को सोशल मीडिया पर पत्रकारों की साफ छवि को धूमिल करने में लगी हुई है।