अलीगढ़ के थाना गांधी पार्क इलाके में पत्रकारों की आपस में भिड़ंत हो गई. पान मसाले से भरी एक गाड़ी को छोड़ने के मुद्दे पर हुए विवाद के बाद ये झगड़ा हुआ. आरोप है कि पान मसाले से भरी गाड़ी पकड़े जाने की सूचना पर कवर करने पहुंची एक समाचार पत्र की महिला रिपोर्टर के साथ वहां पहले से मौजूद तीन पत्रकारों ने बुरा व्यवहार किया.
महिला पत्रकार ने आरोप लगाया है कि उसका मोबाइल छीन लिया गया. बदतमीजी की गई. कपड़े फाड़े गए. महिला की सूचना पर पहुंची पुलिस ने तीन पत्रकारों के खिलाफ आईपीसी की धरा 354 (ख) 356, 506 में मुकदमा दर्ज कर लिया है।
बताया जाता है कि अलीगढ़ के थाना गांधी पार्क इलाके में दिनांक 23 मई दिन शनिवार को पान मसाले से भरा ट्रक जाने की सूचना औषधि विभाग को मिली. इस पर औषधि विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंचकर ट्रक को अपने कब्जे में ले लिए. जैसे ही इसकी सूचना पत्रकारों के एक समूह को लगी, वे लायजनिंग के मकसद से आ गए. आरोप है कि ये पत्रकार माल छुड़वाने के लिए अधिकारियों से सांठगांठ कर चुके थे.
इसकी जानकारी एक समाचार पत्र की महिला रिपोर्टर को हुई तो वह भी अपने साथियों के साथ घटनास्थल पर पहुंच गई. ट्रक में लदे माल का वीडियो बनाने लगी. जैसे ही यह जानकारी पत्रकारों के दूसरे गैंग को लगी तो उन्होंने पहले महिला रिपोर्टर के साथ बदतमीजी शुरू कर उसे कवरेज करने से रोकने लगे.
महिला के साथ अभद्रता व गाली गलौज करने के आरोपी पत्रकारों में ”के न्यूज़” अलीगढ़ के ब्यूरो चीफ अर्जुन देव वार्ष्णेय, “प्राइम न्यूज़” के ब्यूरो चीफ विशू राना, एक अन्य पत्रकार रामचंद्र शर्मा आदि थे. महिला की तहरीर पर तीन पत्रकारों के खिलाफ महिला से छेड़खानी मोबाइल लूट व धमकी देने की धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया. ये कथित पत्रकार पहले से ही काफी विवादित बताए जाते हैं. चर्चा है कि इनके साथ मौके पर एक और पत्रकार था लेकिन वह खुद पर मुकदमा दर्ज न होने देने में कामयाब रहा.
पत्रकारों पर दर्ज हुए मुकदमे की कापी देखें-
धर्मेन्द्र राघव
May 27, 2020 at 8:25 am
जिसने मुकद्दमा दर्ज कराया है उसी का वीडियो वायरल
हम सीएम ऑफिस से हैं,फर्जी पत्रकारों का डाक्टरों से पैसा बसूली का नया मन्त्र
अलीगढ़। जनपद में पत्रकार एक दूसरे की छवि को धूमिल करते नजर आ रहे हैं
हाल ही मैं एक मामला आया थाना गांधी पार्क का जहाँ एक महिला पत्रकार ने
एक पत्रकार को तथाकथित कहकर उसपर खुद के साथ हुई अभद्रता का मुकदमा दर्ज
करवाया है। अब आपको सबसे दिलचस्प बात बता दें कि अभी एक वीडियो वायरल हुआ
है। जिसमें वही महिला पत्रकार व उसके साथी पत्रकार और उसके पति वीडियो
में जबरदस्ती एक अस्पताल में मरीजों की वीडियो शूट करते नजर आ रहे हैं ।
अगर आप सोच रहे होगें कि वह अस्पताल की व्यवस्था का वीडियो शूट कर रहें
होंगे। तो अब आपको बतायें आखिर मामला क्या है, इस वीडियो शूटिंग का दरअसल
अस्पताल के मालिक के भाई ने बताया कि उस दिन चार पत्रकार जिसमें एक महिला
पत्रकार भी थीं। वह जबरदस्ती गेट पर खड़े आदमी को धक्का मारते हुए
अस्पताल के मरीजों के वार्ड में घुसे आये। जो कि बहुत ही गलत तरीका था
गगन अस्पताल के मालिक के भाई नीरज कुमार का कहना है वह चारों पत्रकारों
ने अस्पताल में जो जैसा था वैसे ही उसकी वीडियो शूट करने लगे। अस्पताल
स्टाफ ने काफी रोका क्योंकि मरीज कुछ महिला थीं जो प्रसव अवस्था में थी
उनकी कन्डीशन ऐसी नहीं थी। कि कोई उनकी वीडियो बनाये इन पत्रकारों में एक
बार नहीं सोचा कौन कैसी स्थिति में आराम कर रहा है। वीडियो बनाने और
धमकाने जब नीरज कुमार ने इन पत्रकारों को इनकी मर्यादा समझाई तब और
आक्रामक हो गए और लगे डराने कि जानते नहीं हम पत्रकार हैं। उनमें से एक
पत्रकार बोला मैं सीएम ऑफिस से हूँ। जब नीरज कुमार अपनी समझ बुझ का
प्रयोग कर उन लोगों से कहा अगर आप पत्रकार हैं। तो लाइये अपना आईडी कार्ड
दिखाइए।जब आईडी कार्ड दिखाने की मांग की गई तो वह सभी एक एक कर बाहर निकल
लिए और वाहर से वीडियो बनाने लगे।
नीरज कुमार का कहना है कि सभी पत्रकारों ने पैसों की मांग की उनकी मंशा
रिश्वत की थी। तीन पैसों की बात कह रहे थे। एक थोड़ी नमी दिखा रहा था थोड़ा
कम हों तो भी चलेगा। लेकिन जब नीरज कुमार ने आईडी कार्ड मांगा तो धमकाने
लगे पर थोड़ा सख्ती से बात की तो पत्रकार वहाँ से निकल लिए।
इस पूरी घटना की चश्मदीद गगन अस्पताल की नर्स भी है। उसने भी बताया कि ये
चारों पत्रकार ने गेट पर खड़े भैया को धक्का मारते हुए जबरदस्ती अस्पताल
में प्रवेश किया।