शीला चोर है. शीला को हम जेल भेजेंगे. शीला बेईमान है. इसी तरह के आरोप लगाये जाते थे. अब देखिये एक भ्रष्ट पूर्व मुख्यमंत्री के साथ हंसी-ठिठोली की जा रही है, साथ में स्वादिष्ट व्यंजनों का लुत्फ़ उठाया जा रहा है।
यदि शीला इतनी ही बेईमान थीं तो एक बेईमान को अपने बगल में बिठाते हुए केजरीवाल जी को शर्म नहीं आई? ये किस तरह की नई राजनीती है ? पहले भी वही होता था। अब भी वही हो रहा है। मूर्ख तो बनते हैं समर्थक, जो मरने-मारने पर उतारू होजाते हैं। जो दुश्मन होते थे, वो साथ खाना खा रहे हैं और योगेन्द्र यादव और प्रशांत भूषण जैसे लोग जो साथ थे, वो इफ़्तार पार्टी के योग्य भी नहीं समझे गए, है न केजरीवाल जी ? कोई बदलाव नहीं। वही पुरानी राजनीतिक व्यवस्था है। कोई नहीं जी, परदे के पीछे सभी नेता एक हैं जी।
उमेश द्विवेदी के एफबी वाल से
Comments on “शीला चोर है, शीला बेईमान है, ये देखो, केजरी को शर्म नहीं आई”
उमेश द्विवेदी के एफबी वाल से तो लिया है परन्तु वहां इसे पढ़ सभ्य साधु चोर उचक्के भारतीय मीडिया में ऐसी ही आवाजाही-कानाफूसी परोसते भारतीय राजनैतिक दल दल में कीचड़ को बनाए रखें गे| सोचो, ऐसे में देश का क्या होगा?
abe dalle tera baap Vijender Gupta bhi waha tha.
aur ye bata jab modi mulayam aur lalu se mila tha tab tu kaha apni aisi taisi karwa raha tha
Kaya hogo is rajneet ka bhagwan bhala karey.
Rajneet may sab kuch hota hai koyi ensay sekhay.