इंडिया टीवी से एक बड़ी खबर आ रही है. एंकर सुशांत सिन्हा ने इस्तीफा दे दिया है. बताया जा रहा है कि सुशांत खुद को लंबे समय से उपेक्षित रखे जाने से नाराज थे.
एक नए न्यूज चैनल टीवी9भारतवर्ष से टीआरपी में लगातार पिट रहे इंडिया टीवी चैनल के भीतर आजकल हलचल तेज है. यहां प्रबंधन का चापलूस एक काकस एक्टिव रहता है जो अपने गुट के लोगों को तो प्रमोट करता है लेकिन जो प्रोफेशनल, निष्पक्ष और कर्मठ होते हैं उन्हें लगातार साइडलाइन किया जाता है.
सूत्रों का कहना है कि सुशांत सिन्हा का प्राइम टाइम आवर्स में एंकरिंग का काम नहीं दिया जाता था. उन्हें ज्यादातर कम महत्वपूर्ण टाइम स्लाट में ही एंकरिंग के लिए बिठाया जाता था. सुशांत ने पहले भी एक बार इस्तीफा दिया था लेकिन प्रबंधन ने तब उन्हें मना लिया था. अबकी वो इस्तीफा देकर आफिस नहीं जा रहे हैं.
सुशांत के इस्तीफे के बाद से इंडिया टीवी के भीतर माहौल गर्म है.
सुशांत सिन्हा तेजतर्रार व समझदार एंकरों में गिने जाते हैं. वे पांच वर्षों तक एनडीटीवी में काम कर चुके हैं. उसके पहले वे न्यूज24 में रहे. सुशांत लाइव इंडिया चैनल में भी 6 साल तक कार्यरत रहे. सुशांत का जुड़ाव इंडिया न्यूज के साथ भी रहा है जहां वे सीनियर एंकर / डिप्टी एडिटर हुआ करते थे. इंडिया टीवी में सुशांत का पद सीनियर एंकर व एक्जीक्यूटिव एडिटर का था.
ये पता नहीं चल पाया है कि सुशांत अब कहां नई पारी शुरू करने की तैयारी कर रहे हैं.
Comments on “इंडिया टीवी से एंकर सुशांत ने दिया इस्तीफा!”
ये तो होना ही था क्योंकि सुशांत एक अच्छे और निष्पक्ष ऐंकर थे. वहाँ पर ऐसे लोगों की जरूरत नहीं है वहाँ तो चमचों की जरूरत है। waha नागों की जरूरत है जो ऐसे निष्पक्ष लोगों के बारे में मालिक मालकिन को जाकर जहर उगल कर निकलवा देता है और मालिक उसका जहर लेकर फिर छोड देता है और फिर शुरू होता है ह्रासमेंट का काम वहां पर पहले तो आपको काम नहीं दिया जायेगा और फिर देखा जाएगा कि आप परेशान हो रहे या नहीं फिर आपको जूनियर की तरह आपके साथ सलुक किया जाएगा ताकि आप खुद छोडें। ये वहां पर एक आदमी काम नहीं कर्ता यहां एक जहरीले नागों की पुरी टीम काम करती है. आपके साथ ये लोग बहुत सहानुभूति बरतेंगे ऐसे लग्गे जैसे इन अच्छा आपका कोई शुभचिंतक नहीं है। फिर आपकी बात लैंग्गे फिर उगल देंगे यानि आपका जीना दूभर कर देंगे। अच्छा है जितना जल्दी इन्होंने छोड दिया इनकी ऊमर बढ गई क्योंकि वहाँ पर किसी को ब्रांड नहीं बनने दिया जाता है।
He is an average anchor…but thinks of himself as a stud, isliye use prime time nahi diya gaya
Acha hai chala gaya
जब तक सुशांत एनडीटीवी में रहे उनकी भाषा, सोशल मीडिया पर उनके पोस्ट तार्किक हुआ करते थे। लेकिन यहां से जाते ही उनकी भाषा उस भाषा से मेल खाने लग गई जो हिंदुस्तान को हिंदू राष्ट्र में बदलना चाहता है।
Sushant Sinha isn’t a trustworthy employee, ND was his home, this happened when he demanded too much and wanted high exposures.