जब मासूम बेटे ने दी अपने पत्रकार पिता धीरज पांडेय को मुखाग्नि, डूब मरे अमर उजाला प्रबंधन

तारीख 28 जून। ग्राम-पयासे। जिला महराजगंज। स्थान दिवंगत पत्रकार धीरज पांडेय का घर। बाहर अपने हमउम्र बच्चों के साथ खेलता धीरज का बेटा। कभी घर के अंदर, कभी बाहर। धीरज के पिताजी तख्त पर लेटे हुए। हाथ में प्लास्टर, ठुड्ढी पर टांका। एक भौंह पर लगभग ठीक हो चुका घाव। कैंसर वाले जीव तो अंदर कहीं पैबस्त हैं। अब क्या दु:ख दे पाएंगे। जवान बेटे की मौत से ज्यादा असह्य पीड़ा और क्या हो सकती है।  

अपने पत्रकार पिता धीरज पांडेय के शव को मुखाग्नि देता उनका मासूम पुत्र

पत्रकार धीरज पाण्डेय को सच्ची श्रद्धांजलि

प्रिय पत्रकार साथियों, 

साथियों मेरी जानकारी में सम्बन्धों का तात्पर्य संवेदना से है। अमर उजाला बस्ती के ब्यूरो चीफ धीरज पाण्डेय के साथ जो भी हुआ, वह अप्रत्याशित ही सही परन्तु बेहद खेद जनक एवं दुखदायी है। बड़े ही अफसोस के साथ कहना पड़ रहा है कि जिस संस्था से वे सात वर्षों तक जुड़े रहे दुघर्टना के बाद उस परिवार का कोई भी जिम्मेदार सदस्य उन्हे अस्पताल में देखने तक नहीं गया। बीस दिनों तक जिन्दगी और मौत से लड़ने के बाद 25 जून 2015 को अन्तिम सांसे लीं। 

अमर उजाला के संपादक तो धीरज को देखने तक नहीं गए, जगदंबिका पाल बने मुसीबत में मददगार

अमर उजाला के पत्रकार धीरज पांडेय तो इस दुनिया से चले गए लेकिन उनके जाने का दर्द बहुतो से बर्दाश्त नहीं हो रहा। सबसे दुखद रहा अमर उजाला के गोरखपुर संपादक प्रभात सिंह और न्यूज एडिटर मृगांक सिंह का अमानवीय रवैया। धीरज इतने दिन से अस्पताल में मृत्यु से जूझ रहे थे, ये दोनो शख्स उन्हें देखने तक नहीं पहुंचे। उनके इलाज पर घर वालों के लगभग तीन लाख रुपए खर्च हो गए। 

पूर्व सपा विधायक की सफारी से अमर उजाला के पत्रकार धीरज पांडेय को कुचलने वाला गिरफ्तार

बस्तीः सपा के पूर्व विधायक की सफारी गाड़ी से देर रात अमर उजाला के पत्रकार धीरज पांडेय को कुचलने वाले चालक को घटना के ग्यारह दिन बाद स्थानीय पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। 

यही है पत्रकार धीरज पांडेय को कुचल कर भागा पूर्व विधायक की गाड़ी का चलक प्रमोद यादव 

दो हफ्ते से कोमा में पड़े पत्रकार धीरज पांडेय मगर अमर उजाला को उनकी रत्ती भर चिंता नहीं

अमर उजाला के बस्ती ब्यूरो प्रभारी धीरज पांडेय का एक्सीडेंट हुए दो हफ्ते होने को आ गए। एक पैर बुरी तरह डैमेज हो गया है। कोमा पूरी तरह टूटा नहीं है। डाक्टर कह रहे हैं कि फ्रैक्चर्स काफी है। पूरे बाडी में। सिर में गहरी चोट है। लखनऊ के ट्रामा सेंटर में भरती हैं धीरज, जहां जिंदगी और मौत से लड़ाई चल रही है। परिणाम अच्छा ही होगा, ऐसा मन कह रहा है।

यूपी में एक और पत्रकार पर सपा नेता का अटैक, हालत मरणासन्न, लखनऊ ट्रामा सेंटर में भर्ती

बस्ती (उत्तर प्रदेश) : एक और पत्रकार को समाजवादी पार्टी के विधायक ने मौत के घाट उतारने की कोशिश की। पत्रकार की हालत गंभीर है। लखनऊ के ट्रामा सेंटर में भरती कराया गया है। वह पांच जून की रात से लगातार कोमा में हैं। बताया गया है कि अमर उजाला प्रबंधन, प्रशासन और पुलिस सब इस मामले को दबाने में लगे हुए हैं। 

लखनऊ के ट्रामा सेंटर में भर्ती पत्रकार धीरज पांडेय

बस्ती अमर उजाला ब्यूरो प्रमुख धीरज पांडेय घायल, हालत गंभीर

बस्ती (उ.प्र.) : अमर उजाला के ब्यूरो प्रमुख धीरज पाण्डेय बीती रात शहर में करतार सिनेमा के पास मार्ग दुर्घटना में गम्भीर रूप से घायल हो गये। धीरज के दोनों पैर बुरी तरह जख्मी हो गये हैं। दुर्घटना तेज रफ्तार सफारी की चपेट में आने से हुई। उन्हें बीती देर रात्रि बस्ती से लखनऊ ट्रामा सेन्टर रेफर कर दिया गया। आज दोपहर एक बजे तक उन्हें होश नहीं आ पाया था।