Arunesh C Dave : आज की ताजा खबर… दूरदर्शन की न्यूज एंकर ने लाईव टेलीकास्ट में चीन के राष्ट्रपति XI JINGPING का उच्चारण “इलेवन जिंगपिंग” किया…
Harishankar Shahi : टीवी एंकर, जो पत्रकारिता के पेशे में आता है, और जिस पेशे में नियुक्त प्राणी सामान्य अध्ययन से पूर्ण होना चाहिए, वहां अगर आप किसी दूसरे देश राष्ट्राध्यक्ष का नाम नहीं जानते हैं, जो पिछले कुछ दिनों से आपके देश की यात्रा पर हो, तो आपको यहां रहने का कोई हक नहीं है….. “Xi Jinping” को “Eleven Jinping” पढ़ जाना कोई मामूली बात नहीं है, ये आपको दिमाग में देश दुनिया से दूर केवल नौकरी और प्रमोशन की ट्रिक चलने का संकेत दे रहा है,,,,, आप किसी फेसबुक पर नहीं बैठे हैं, कि कुछ भी लिखिए फिर डिलीट मार लीजिए……….. जिलों में लग्गी छाप डंडीमार वसूली ऐजेंट तो घूमते ही हैं, पत्रकार बने…. जिनके पास पत्रकारिता के नाम पर केवल दलाली करने की ट्रिक होती है… वैसे ही कुछ नौकरी की ट्रिक के साथ एंकर भी बनने लगे हैं…..
Zafar Irshad : Galti Anchor ki nahi balki Editor ki hai unhe bakaida meeting karke batana chahiye ki kya name lena hai…mere yaha to Editor likh kar batate hai ki kisko kis tarah likhna hai..I m not agree with ki Anchor ki Galti hai…
Harishankar Shahi : पिछले दो दिन से Xi Jinping भारत में है, और अगर किसी अखबार को पढ़ लिया जाता तो पता चल जाता नाम क्या है….. अब क्या अखबार पढ़ने या कुछ पढ़ने जानने के लिए एक नोटिस देने का चलन चलेगा……… काम करेंगे सूचना उद्योग में और सूचना के नाम पर आलू और भालू में फर्क ही नहीं पता है….
Amit Santosh Mishra : एक बार Ravish Kumar ने ब्लॉग में लिखा था- एंकर : टीवी के कंकर-पत्थर। सही मतलब अब पता चला है
Deepak kumar : दूरदर्शन ने अपनी उस न्यूज़ एंकर को हटा दिया है जिन्होंने भारत के दौरे पर आए चीन के राष्ट्रपति का नाम शी जिनपिंग की जगह ‘एलेवन’ जिनपिंग पढ़ दिया था. दूरदर्शन की महानिदेशक (समाचार) अर्चना दत्ता ने कहा कि उनका नाम उस सूची से हटा दिया गया है जो अस्थायी समाचार वाचकों के लिए तैयार होती है. अर्चना दत्ता ने कहा कि उन्होंने ‘बहुत बड़ी ग़लती’ की थी. चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग इन दिनों भारत के दौरे पर हैं. अंग्रेज़ी में शब्द शी, एक्सआई (Xi) लिखा जाता है. रोमन में ये ‘एलेवन’ यानी ग्यारह होता है. ऐसे में उक्त समाचार वाचिका ने ख़बर पढ़ते वक़्त शी जिनपिंग का नाम ‘एलेवन’ जिनपिंग पढ़ दिया.
अरुणेश सी दवे, हरिशंकर शाही, जफर इरशाद, अमित संतोष मिश्रा, दीपक कुमार के फेसबुक वॉल से.
Mr. X
September 19, 2014 at 10:16 am
दूरदर्शन यानी निठल्लों और कामचोरों का स्वर्ग। बस ढेर सारी तनख्वाह लेते जाओ, काम कुछ करना नहीं। ———– माफ कीजिए, यह बात उन्हीं लोगों पर लागू होती है जो आज सरकारी नौकरियों में लगे हुए हैं और कामचोर हैं। अपने फर्ज के प्रति सच्चे लोगों को सलाम। लेकिन अब नरेंद्र मोदी ऐसे कामचोर लोगों को घर बैठाए जो सरकारी नौकरी का मतलब ही निठल्लेपन का लाइसेंस समझ बैठे हैं।
प्रियंका
September 20, 2014 at 6:10 am
ये केवल दूरदर्शन की समस्या नहीं है। टीवी एंकर समझते हैं कि केवल मेकअप रूम में टचअप करवाना ही उनका दायित्व है, अखबार पढ़ने की जहमत तो वे उठाना ही नहीं चाहते। पिछले सात साल के अपने इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में काम करने के दौरान मैने न्यूज़ एंकर्स को कभी अखबार उठाकर पढ़ते नहीं देखा। कभी किसी के नाम को गलत पढ़ेगे, कभी मुद्दों के बारे में उन्हें कुछ पता नहीं होगा तो कभी लाइव के दौरान रिपोर्टर से उलजलूल सवाल पूछकर इरिटेट करेंगे।
Surender Kr.
September 23, 2014 at 12:50 pm
Isse pata chalta hamare desh main patarkarita ka kya haal.
VD SINGH
September 21, 2014 at 10:39 am
HARISH JI MUJHE LAGTA HAI AAPSE BADA DANDI MAAR KOI NAHI JO JILE KE PARTKARO DANDI MAAR KEH RAHE HAI AAP KI YE BAAT SAB PATRKAARO PAR LAGU NAHI HOTI JILE ME KUCH IS TARH KE PTRKAAR BHI HAI JO AAP KO BHI SKHIA SAKTE HAI KI PTRKARIAT KYA HOTI HAI… DHANYWAD
Ek
September 21, 2014 at 2:26 pm
kai baar galtiya kisi ki hoti hai aur bhugatana kisi aur ko padta hai.
ukt vishaya par galti sirf udghoshak ki na hokr kisi aur ki bhi ho sakti hai.chuki baat desh k sbse bade channel ki hai jaha sarkari khabar pr jyada dhyan ki aavashkyta honi chahiye.
mohit kumat
September 22, 2014 at 4:14 am
दूरदर्शन केवल एक समाचार चैनल नहीं है..बल्की लाखों करोड़ों देशी विदेशी दर्शकों का विशवास है,,, लोग आज भी दूरदर्शन को उतना ही पसंद करते है जितना कालांतर से करते आ रहे है..तो एसे में यदी कोई एंकर एक शब्द भी गलत पढ़े तो लाजमी है….कि उस पर गाज गिरेगी ही चाहिए …मैं व्याक्तिगत तोर पर इस का समर्थन करता हूं .,..
mohit kumat
September 22, 2014 at 4:24 am
😳 दूरदर्शन एक समाचार चैनल ही नहीं बल्की लाखों करोड़ों देशी विदेशी दर्शकों का विश्वास है…यदि यहा भी एंकर समचार पड़ते समय गलती कर दे तो …उस पर गाज गिरना लाजमी है.. ओर गिरनी भी चाहिए ….एंकर पर ही क्यों एडिटर पर भी ,,,जिसन रन तैयार किया है……दोनों ही सजा के हकदार है…..
DR Subodh Agnihotri
October 16, 2014 at 6:49 pm
Sunder chre ki vajah se anchoring karvayee jati hai Gadhoon se…aisa nahi hona chahiye……..MOOLMANTRA……..Aur MALMUTRA me Fark hota hai……EK anchor pahle ye galti kar chuki hai…sabdaooo par dhyan jaroori hai