गोरखपुर। हिंदुस्तान अखबार में काम कर चुके, “हिंदवी” (सीएम योगी का अखबार, जो अब बंद हो चुका है) के पूर्व विशेष संवाददाता और इन दिनों स्वतंत्र पत्रकार के रूप में सक्रिय वेद प्रकाश पाठक ने एक ट्वीट के माध्यम से सीएम योगी को सतर्क किया है। वेद ने ट्वीट के जरिये सीएम को आगाह किया है कि वे शशि शेखर जैसे संपादक से सतर्क रहें, जो पत्रकारों का मजीठिया वेज बोर्ड का एरियर व वेतन निगल चुके हैं। यह ट्वीट वेद ने उन मुलाकातों को देखते हुये किया जो इन दिनों हिंदुस्तान अखबार प्रबन्धन क्राइसिस मैंनेजमेंट के लिये कर रहा है।
दरअसल, अखबार प्रबन्धन के खिलाफ दो दर्जन से ज्यादा आरसी जारी हो चुकी हैं। ये सभी आरसी लखनऊ, आगरा और बरेली के श्रम विभाग से जारी हुई हैं। प्रबन्धन इन्हें री-कॉल कराने की तैयारी में है। ये सभी आरसी मजीठिया वेज बोर्ड के नान-इम्प्लीमेंटेशन से जुड़ी हैं। री-कॉल के बाद प्रभाव का इस्तेमाल कर प्रबन्धन आरसी रद्द करवाना चाहता है। बगैर शासन और सरकार के सहयोग के यह कार्य संभव न होगा।
इस काम के लिये अखबार प्रबन्धन बड़ी चालाकी से यूपी के नये सीएम योगी आदित्यनाथ की खुशामद में जुटा हुआ है। यहां से कई संपादक योगीजी से मिल चुके हैं। मकसद सिर्फ एक है कि योगीजी को भ्रामक सूचनाएं देकर अपने फर्जीवाड़े पर पर्दा डाला जाए और हजारों पत्रकारों को उनके अधिकारों के प्रति हतोत्साहित किया जाए। सीएम को किये गये ट्वीट में वेद प्रकाश पाठक ने उन्हें यह भी बताया है कि संपादक शशि शेखर का मकसद यूपी में हिंदुस्तान अखबार के खिलाफ लगभग 40 वादों को प्रभावित करना है।
योगी से कौन कौन संपादक आज सुबह मिला है, डिटेल दे रहे हैं भड़ास के एडिटर यशवंत सिंह… नीचे दिए शीर्षक पर क्लिक करें…