महाराष्ट्र के श्रम आयुक्त ने मजीठिया संघर्ष मंच द्वारा दिए गए ज्ञापन पर कार्रवाई के आदेश दिए…. समाचार कर्मियों से अनुरोध ये है कि वो श्रम आयुक्त को अपना क्लेम निवेदन भेजें….
समाचार पत्र कर्मियों के वेतन भत्ते और एरियर्स से जुड़े मजीठिया वेज बोर्ड मामले में आज महाराष्ट्र के श्रम आयुक्त श्री केरुरे से मजीठिया संघर्ष मंच के अध्यक्ष शशिकान्त सिंह के नेतृत्व में पत्रकारों की एक टीम उनके कार्यालय में मिली. इस मौके पर श्रम आयुक्त को एक ज्ञापन दिया गया. बाद में उनसे बातचीत में मजीठिया वेज बोर्ड के राज्य में ठीक से क्रियान्वयन न होने को लेकर उनसे कई बिंदुओं पर गंभीर चर्चा की गई.
ज्ञापन को आधार बनाकर श्रम आयुक्त ने भास्कर ग्रुप की कंपनी डीबी कॉर्प के माहिम स्थित कार्यालय में 24 घंटे के अन्दर श्रम विभाग की टीम को पहुंचने का आदेश दिया और सुप्रीम कोर्ट के निर्देशानुसार छापा-सर्वे करके रिपोर्ट तैयार करने का आदेश निर्गत किया. इस बाबात श्रम आयुक्त ने छापा मारने और सर्वे करने की जिम्मेदारी अपने विभाग की महिला श्रम अधिकारी निशा नागराले को दिया.
श्रम आयुक्त श्री केरुरे ने मजीठिया संघर्ष मंच से चर्चा के दौरान साफ़ कहा कि समाचारपत्र कर्मी बिना डर के क्लेम करें। मजीठिया संघर्ष मंच के सदस्यों ने उन्हें अवगत कराया कि कर्मचारी प्रबन्धन के भयानक दबाव में हैं जिसके चलते वह कोई पहल नहीं कर पा रहे हैं लेकिन उन सबके दिल में क्लेम लेने की इच्छा भरपूर है. इस पर श्रम आयुक्त श्री केरुरे ने कहा कि अगर एक भी मामला मेरे सामने आया कि प्रबन्धन अपने कर्मचारियों पर मजीठिया वेज बोर्ड की सिफारिश को लेकर क्लेम न करने का दबाव डाल रहा है या जानबूझ कर मजीठिया वेज बोर्ड की सिफारिश लागू नहीं कर रहा है तो ऐसे अखबार मालिकों के खिलाफ तत्काल उचित कार्रवाई की जाएगी और उन्हें ज्यादा हीलाहवाली करने पर जेल भी भेजा जा सकता है.
ज्ञापन दिए जाने और वार्ता के मौकै पर भास्कर ग्रपु की कंपनी डीबी कॉर्प के वरिष्ठ पत्रकार धर्मेंद्र प्रताप सिंह ने खुलकर अपना पक्ष रखा. इस अवसर पर कई श्रम अधिकारी भी बैठक में मौजूद थे. इन अधिकारियों को श्री केरुरे ने मजीठिया वेज बोर्ड को सुप्रीम कोर्ट के आदेश के क्रम में लागू किए जाने से संबंधित महत्वपूर्ण निर्देश दिए.
शशिकान्त सिंह
पत्रकार और आरटीआई एक्टिविस्ट
9322411335
Sanjeev Kaushik
September 7, 2016 at 11:21 am
kya raha chhape ka 24 ghante ho gaye sir
Ajay pratap
September 7, 2016 at 12:06 pm
कोई पत्रिका ग्वालियर और भास्कर मैं भी नोटिस भिजवा दो यहाँ भी लेबर कमिश्नर सो रहा है मोटा पैसा लेके सभी जगह की कार्यवाही की खबर आ रहे है पर ग्वालियर की खबर कोई नहीं ले रहा है पत्रिका के हेड ऑफिस से आर्डर अय्या है है कि किसी को किसी कर्मचारी की असली पोस्ट नहीं बतानी है जो कि जयपुर द्वारा एच् आर को मन किया है लेबर कमिश्नर को बता ने के लिए ये भी कहा है यदि कोई लेबर ऑफिस डाटा लेने ए तो उन्हें जयपुर में सारा डाटा है यह कह दिया कृपया ग्वालियर लेबर कमिश्नर को भी जगाओ दोस्तों…….