One comment on “आजतक ग्रुप के बंधुआ मजूरों के लिए आ गई नियमावली!”
SUNNY says:
इन मैडम की हर चिट्ठी में यू एंड अस वाली भाषा होती है. ये कली पुरी की गोएबल्स है. कर्मचारियों को औकात में रखने वाली भाषा हमेशा होती है. ये मालकिन और बाकी सारे गुलाम. वैसे भी गुलामी तो चरम पर है. संपादक जो सोचता है वो चिट्टी में लिखे और तकिये के नीचे रख ले क्योंकि निजी विचार कुछ हैं नहीं नहीं. जो है सब माता मैया का है
One comment on “आजतक ग्रुप के बंधुआ मजूरों के लिए आ गई नियमावली!”
इन मैडम की हर चिट्ठी में यू एंड अस वाली भाषा होती है. ये कली पुरी की गोएबल्स है. कर्मचारियों को औकात में रखने वाली भाषा हमेशा होती है. ये मालकिन और बाकी सारे गुलाम. वैसे भी गुलामी तो चरम पर है. संपादक जो सोचता है वो चिट्टी में लिखे और तकिये के नीचे रख ले क्योंकि निजी विचार कुछ हैं नहीं नहीं. जो है सब माता मैया का है