वैभव अग्रवाल-
अडानी का 20000 करोड़ का fpo , पूरा सब्सक्राइब हो गया। .. हिंडनबर्ग , अडानी के fpo को तो नही रोक पाया, पर शार्ट सेल्लिंग में अच्छा पैसा कमा गया। .. इनके फैलाये भरम में रिटेल इन्वेस्टर दूर रहा, पर विदेशी FII ने खूब पैसा लगाया। .. अनुभवी इन्वेस्टर्स ने, low प्राइस में अडानी के खूब शेयर प्लस किये, वही कमजोर दिल वाले घबरा कर , सस्ते में एग्जिट कर गए।
वैल्यूएशन घटना बढ़ना सब आभासी है। और उसके ऊपर नंबर एक, नंबर दो अमीर आदमी जोड़ना भी। … अडानी ग्रुप की जेब से शेयर का भाव गिरने से एक पैसा नही गया, अब वापिस धीरे धीरे बढ़ रहे है तो वैल्यूएशन भी पूरी हो जाएगी। .. ऐसे में सोचना जरूरी है, नुकसान किसका हुआ? केवल रिटेल इन्वेस्टर्स और ट्रेडर्स का, या उन फंड्स का जो घबरा कर एग्जिट कर गए? … पर कुछ लोगो को कुछ दिन की खुशी जरूर दे गया।
इष्ट देव सांस्कृत्यायन-
एक निष्पक्ष छाप पत्रकार-विश्लेषक, जो हिंडनबर्ग षड्यंत्र से बहुत खुश हो रहे थे, अभी अभी एक चैनल पर दिखे।
एंकर पूछ रही थी कि सर अब तो आप लोगों के अनुमान के विपरीत ओवर सब्सक्राइब हो गया अडानी एंटरप्राइज का एफपीओ। तो अब आप क्या सोचते हैं? क्या कहना है आपका इसके भविष्य के बारे में?
बेचारे सर के चेहरे पर हवाइयां नहीं, बवंडर उड़ रहे हैं। शब्द जो हैं, अर्थ का साथ देने से साफ मना कर रहे हैं। सर बता रहे हैं – देखिए, ओवर सब्सक्राइब तो हो गया लेकिन इससे हम ये तो नहीं कह सकते कि उनका प्रोजेक्ट सफल ही हो जाएगा…. ब्ला ब्ला ब्ला…
भोजपुरी में इसी को कहते हैं लोढ़ा ढिमलाना।

One comment on “अनुभवी इन्वेस्टर्स ने low प्राइस में अडानी के खूब शेयर प्लस किये, कमजोर दिल वाले घबरा कर सस्ते में एग्जिट कर गए!”
गोदी सेठ का गोदी लेखक,अब गली गली चाहे जितना भौ भौ कर लो,होना जाना कुछ नहीं है,ये पब्लिक है बाबू ,ये सब जानती है