दैनिक जागरण की इस करतूत से देश के लाखों युवाओं के खून पसीने के करोड़ों रुपये ठगों के हाथ पहुंचने का अंदेशा
निजी ट्रेन शुरू नहीं हुई लेकिन ठगों ने दैनिक जागरण में फर्जी विज्ञापन असली तरीके से छपवाकर बेरोजगार लोगों को आर्थिक चोट पहुंचानी शुरू कर दी…
रेलवे ने कहा है कि ग्रुप सी और ग्रुप डी का अपॉइंटमेंट सिर्फ रेलवे रिक्रूटमेंट बोर्ड के माध्यम से ही होता है. इसलिए फर्जी विज्ञापनों के झांसे में कोई न आए.
उधर, फेसबुक और ट्विटर पर भी भारतीय रेल की कई इकाइयों की तरफ से कह दिया गया है कि भर्ती का दैनिक जागरण में छपा विज्ञापन फर्जी है.
देखें कुछ स्क्रीनशाट-