नई दिल्ली। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत अखबार मालिकों पर मेहरबान हैं औत मीडियाकर्मियों को भी पटाने की कोशिश कर रहे हैं। मीडियाकर्मियों की कम सेलरी पर उन्होंने उन अखबार मालिकों को चेतावनी दे दी है जो कोरोना के नाम पर अभी भी कर्मचारियों के वेतन से कटौती कर रहे हैं।
गत दिनों भडास फोर मीडिया में राजस्थान के राज्यस्तरीय समाचार पत्र ‘समाचार जगत’ पर जुर्माना और कर्मचारियों के वेतन से कोरोना के नाम पर 30 फीसदी कटौती का समाचार प्रकाशित हुआ था।
इस खबर की जानकारी मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को भी हुई। उन्होंने इसे गंभीरता से लिया और प्रकरण में पूछताछ भी की। दो दिन पहले हुई प्रेस वार्ता में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि वे सभी समाचार पत्रों को इस समय करोड़ों रुपए के विज्ञापन दे रहे हैं। अखबार मालिकों को इसका लाभ कर्मचारियों को भी देना चाहिए। इसके बाद भी कुछ अखबार मालिक कर्मचारियों को पूरा वेतन नहीं दे रहे हैं। कोरोना के नाम पर कर्मचारियों के वेतन से कटौती की जा रही है। कर्मचारियों को उन्हें पूरा वेतन देना चाहिए वरना अखबार मालिकों के विज्ञापन बंद किए जा सकते हैं।
गौरतलब है कि समाचार जगत पर प्रेस इन्फारमेशन ब्यूरो ने प्रसार संख्या गलत देने पर 6 लाख रुपए का जुर्माना किया था। राज्य सरकार से लाखों-करोड़ों रुपए मिलने के बाद भी संस्थान द्वारा कर्मचारियों के वेतन से 30 फीसदी वेतन कटौती किया जा रहा है। समाचार जगत ने पीआईबी की जांच के भय से अपना दिल्ली संस्करण भी बंद कर दिया है।
Hanuman Singh
July 25, 2023 at 5:55 pm
गहलोत जी आप में क्षमता है क्या आप कह रहे ही आपकी कुर्शी चली जाएगी अगर राज्य के प्रतिष्ठित अखवार के खिलाफ एक शब्द्द बोलने का सहस किया जानते नहीं पिछले शासन काल में जब वसुंधरा जी थी तो उनके नाम के स्थान पर मुख्यमंत्री लिखना शुरू कर दिया था और डेली कला कानून के नाम पर आर्टिकल छापना प्रारम्भ कर दिया था आप भी इसका शिकार होना चाहते हो आप जानते नहीं हो सपादक महोदय इस सृस्टि के महान समाज सुधारक ईमानदार धर्मनिष्ठ उदार दानी है आज सभी कर्मचारी दिनरात प्रशंसा के गुण गाते नहींथकते है
यही कारन है की आज वे मजीठिया वेज बोर्ड को पाने हेतु कोर्ट मैं चक्कर लगा रहे है और इन महान लेखक विचारक वेदज्ञ के कारन श्रम न्यायालय तक तारीख पर तारीख दे रहा उसे मालूम है अगर हमने इनके खिलाफ आदेश दे दिया तो दूसरे दिन है फ्रंट पेज पर सुन्दर समाचार प्रकाशित कर देंगे .
अतः सोच समझ कर बोलो आगे दुबारा नहीं आना है वैसे तो जनता तुम से है त्रस्त है कहने के जरुरत नहीं है आज महिलाये पुरुष सुरक्षित नहीं है प्रतिददीन मर्डर,बलात्र्कार चाकू के समाचार आ रहे क्योकि तुम भी कुर्सी के लालच में अंधे हो गए हो. और कितना कंहू विकाश के नाम पर जो आपकी मंत्री अपनो का घर भर रहे है जग जाहिर है