जीतू सोनी के खिलाफ जंगी कार्रवाई हनी ट्रेप का वीडियो वायरल होने के बाद ही क्यों की गई? बरसो बरस कैसे चलती रही जीतू सोनी की बादशाहत?
इंदौर कोई साधारण शहर नहीं है. यह मध्यप्रदेश का सबसे बड़ा महानगर और देश का माना हुआ बिजनेस सेंटर है. यह पांच साल तक लोकसभा स्पीकर रहीं ताई सुमित्रा महाजन, भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय और कांग्रेस के पुराने खिलाड़ियों पूर्व विधानसभा स्पीकर यज्ञदत्त शर्मा और पूर्व मंत्रियों महेश जोशी और चन्द्रप्रभाष शेखर की भी कर्मभूमि है.
ऐसी जानीमानी हस्तियों वाले महानगर में जीतू सोनी की बादशाहत बेरोकटोक और बेख़ौफ़ कैसे चलती रही? क्या इन जनप्रतिनिधियों के ढेरों मैदानी समर्थकों के रहते भी उसकी कारगुजारियों की खबर नहीं थी? क्या इन सबको भी उसके अख़बार का डर सताता था? और, लाख टके का सवाल यह कि जीतू सोनी के खिलाफ जंगी कार्रवाई हनी ट्रेप का वीडियो वायरल होने के बाद ही क्यों की गई?
जीतू सोनी की पृष्ठभूमि अखबार वाली नहीं थी. वह उन कारोबारियों की जमात से है जो मीडिया के रुतबों और जलवों का लाभ उठाने के लिए इस बिरादरी में घुसे हैं. ठीक वैसे ही जैसे पीपुल्स समूह, एलएनसीटी समूह और राज बिल्डर्स सबके अख़बार निकल रहे हैं. यह पुराने मीडिया मालिकों की व्यावसायिक गतिविधियों की प्रतिक्रिया है जो अपने रुतबे के बल पर उद्योगपति बन गए हैं.
जीतू सोनी के खिलाफ कार्रवाई ने भोपाल में छह सात साल पहले राज बिल्डर्स की मिनाल रेसीडेंसी परिसर से ताबड़तोड़ हटाए गए अतिक्रमण की याद दिला दी. इस समूह का राज एक्स्प्रेस अख़बार निकलता है. मध्य प्रदेश में दिग्विजय सिंह के दस साल और शिवराज सिंह ने तेरह साल सरकार चलाई. दिग्विजय सिंह के समय जरूर माय होम पर छोटी मोटी कार्रवाई हुई, फिर सब ठीक ठाक चलने लगा.
और, मीडिया की भूमिका? क्या दैनिक भास्कर, क्या पत्रिका और क्या नईदुनिया… अब सब के सब जीतू सोनी पर पिल पड़े हैं. पिछले एक हफ्ते से तीनों अख़बार में सोनी की बादशाहत पर बड़ी बड़ी खबरें छप रही है और हैरतअंगेज खुलासे हो रहे हैं.
ये मीडिया समूह अब तक खामोश क्यों थे? अब आध्यात्मिक गुरु भय्यु महाराज की ख़ुदकुशी को भी जीतू सोनी से जोड़ा जा रहा है. हो सकता है कल दैनिक भास्कर के समूह संपादक कल्पेश याग्निक की खुदकुशी को भी इससे जोड़ा जाने लगे.
इस बीच इंदौर आईजी के तबादले और मुख्यमंत्री कमलनाथ की इंदौर मे ही माफिया राज खत्म करने की घोषणा इस मामले को और गंभीर बना रही है.
देखें जीतू सोनी के कारनामों से भरे पड़े अखबार….
भोपाल के वरिष्ठ पत्रकार श्रीप्रकाश दीक्षित की रिपोर्ट.