-सौमित्र रॉय-
“दोस्तों” को सब-कुछ बेचकर कंगाल हो चुकी मोदी सरकार अब सेना का खर्च घटाने की तैयारी में है।
इंडियन एक्सप्रेस अख़बार का कहना है कि इससे सेना में हलचल मच गई है।
मोदी सरकार 15 जनवरी (थल सेना दिवस) को होने वाले आर्मी डे समारोह, नौ अक्टूबर को होने वाली अलग-अलग रेजीमेंट्स की परेड को बंद करने, सैन्य अधिकारियों के लिए निजी मेस बंद करने और पीस स्टेशन यूनिट्स में सीएसडी कैंटीन बंद करने जैसे कदम उठा सकती है।
सरकार ने सेना का ‘खर्च घटाने’ और ‘संसाधनों के बेहतर इस्तेमाल’ के लिए कई बदलावों का प्रस्ताव सामने रखा है।
प्रस्ताव में गणतंत्र दिवस और बीटिंग रीट्रीट सेरिमनी में इस्तेमाल होने वाले आर्मी बैंड्स, पाइप और ड्रम की संख्या 30 से घटाकर 18 करने को कहा गया है।
अलबत्ता मोदी सरकार 8400 करोड़ का जहाज खरीदने, नए संसद भवन और प्रचार (दुष्प्रचार) में करोड़ों फूंकने को जस्टिफाई करती रहेगी।
लेकिन फिर भी आप पुलवामा के सच को नहीं मानेंगे।
क्योंकि आपसे बड़ा मूर्ख और कोई नहीं।