दैनिक जागरण नोएडा से खबर आ रही है कि संपादक किशोर झा ने इ्स्तीफा दे दिया है. सूत्रों के मुताबिक किशोर झा काफी समय से विष्णु त्रिपाठी की उंगलीबाजी से परेशान थे. इसी प्रताड़ना से परेशान होकर उन्होंने बीच में अवकाश भी ले लिया था.
बताया जा रहा है कि कल शाम वे आफिस आए और विष्णु त्रिपाठी ने फिर उन्हें जलील करने का कोई कर्मकांड किया. इसके बाद किशोर झा ने इस्तीफा मेल कर दिया. सूत्रों का कहना है कि किशोर झा ने इस्तीफे के लिए एकमात्र विष्णु त्रिपाठी की उंगलीबाजी को जिम्मेदार ठहराया है. उन्होंने अगस्त और सितंबर के दो महीने को नोटिस पीरियड के रूप में काउंट करने के लिए कहा है. उन्होंने पत्र में कहा है कि रिटायरमेंट से कुछ महीने पहले इस तरह इस्तीफा देने का उन्हें ताउम्र मलाल रहेगा लेकिन विष्णु त्रिपाठी की हरकतों ने ऐसा करने को मजबूर कर दिया.
हालांकि खुद किशोर झा इस्तीफे से इनकार कर रहे हैं. भड़ास4मीडिया ने जब किशोर झा से संपर्क कर इस्तीफे की चर्चाओं के बाबत अधिकृत तौर पर जानकारी चाही तो उन्होंने इस्तीफा देने की बात को खारिज करते हुए कहा कि वे दैनिक जागरण के अभी भी हिस्से हैं. इस्तीफा देने जैसी कोई बात नहीं है. उन्होंने बताया कि आगामी जनवरी में उनका रिटायरमेंट है. ऐसे में इस्तीफा देने का सवाल ही नहीं उठता.
उधर, दैनिक जागरण से जुड़े सूत्र इस्तीफे के घटनाक्रम की पुष्टि कर रहे हैं. कहा जा रहा है कि ये अब दैनिक जागरण के मालिक व प्रधान संपादक संजय गुप्ता के उपर निर्भर करता है कि वे किशोर झा का इस्तीफा स्वीकारें या रिजेक्ट कर दें. पर ये तो तय है कि प्रबंधन की शह पर विष्णु त्रिपाठी ने किशोर झा का जीवन इतना नरक कर दिया था कि उन्हें रिटायरमेंट से चंद महीने पहले इस्तीफा देने जैसा बड़ा फैसला लेना पड़ा.
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