भाजपा ने अभी तक देश के किसी हिस्से में अपने प्रत्याशियों के नाम की घोसणा नहीं की है लेकिन प्रभात खबर, देवघर ने इससे आगे बढ़ते हुए खुद ही गोड्डा लोकसभा से सिटिंग संसद निशिकन दुबे का नाम फ्रंट पेज पर प्रकाशित कर दिया. लोग इसे दबाव की राजनीति मान रहे है. चूँकि बहुत से सिटिंग सांसदों का टिकट कट रहा है, ऐसे में सांसद ने इसी अखबार को अपना मुलाज़िम समझा और शीर्ष नेतृत्व पर दबाव बनवाने के लिए खबर का प्रकाशन करा दिया.
पूरे देवघर सहित झारखण्ड की मीडिया में यह चर्चा है कि आखिर किस दबाव में यह खबर छाप दी गयी. लोग चटखारे ले रहे हैं और प्रभात खबर को गोदी मीडिया बोल रहे हैं. लोगों का कहना है कि पत्रकारिता के मानदंडों का यह उल्लंघन है. प्रभात खबर जिस तरह से सत्ता के चरणों में गिर गया है, वह आश्चर्यजनक है.
देखिए अखबार में छपी खबर की कटिंग…

Comments on “प्रभात खबर ने बिना टिकट मिले फ्रंट पेज पर फोटो समेत छापा नेताजी का नाम!”
ये ही हाल सासाराम लोकसभा सीट का भी है जहां आज दैनिक जागरण ने ललन पासवान के उम्मीदवारी पर मोहर लगा दिया। क्या हो गया है इन अख़बार वालों को कितना नीचे गिरेंगे
प्रभात खबर को शायद भड़ास से पत्रकारिता सीखने की जरूरत नहीं है। यह खबर सांसद के ऑफिसियल फेसबुक से ली गयी है। ब्रेकिंग न्यूज़ देना अख़बार का धर्म व कर्म दोनों है। इसमें गोदी पत्रकारिता की बात कहाँ से आयी ? आज अख़बार में हर दिन कहाँ से किसे टिकट मिल रहा है, इसकी संभावनायों पर खबर बन रही है। भड़ास के रिपोर्टर शायद अभी बहुत पीछे है। उन्हें अभी पत्रकारिता सीखने की जरूरत है।
पत्रकारिता अब कम से कम भड़ास के यशवंत जी और उनके गुर्गों से तो प्रभात खबर को सीखने की जरूरत नहीं है. भड़ास, सिर्फ भड़ास ही रहेगा…ये जनप्रिय व लोकप्रिय अखबार के पैरों की जूती भी कभी नहीं बन सकता है. ऐसे इनपुट वालों को रखियेगा तो भड़ास की लुटिया डूबना तय है….
हरिवंश जी के जाने के बाद पतन की ओर अग्रसर है प्रभातखबर।
सब पैसे का खेल है। हरिवंश नारायण सिंह के हटने के बाद अब नेताओं की गिरप्त मे है प्रभात खबर।