भविष्य में A I (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) से सावधान रहें फोटोग्राफर साथी। बहुत ही सुंदर तरीके से अतुल जी ने समझाने का प्रयास किया है। कृपया एक बार अवश्य पढ़ें और अपने व्यवसाय के प्रति सावधान रहें। धन्यवाद।
My article on the changes that AI is bringing in photography and how to use put it in best use. -Atul Hundoo
अतुल जी, आपका ये लेख एक नई समझ को पैदा करता है। जब जब हम तकनीकी से सहयोग ना लेकर उसके ऊपर सब छोड़ देते है तो हम व्यक्ति विशेष ना हो कर समूह हो जाते हैं। मतलब हम अपनी अहमियत को खुद ही खतम कर देते हैं। क्योंकि जो काम हम तकनीकी के गुलाम हो कर रहे हैं। वो कोई दूसरा भी तो कर ही सकता है। तो हम विशेष नहीं हो पाते। महत्व उसी को मिलता है जब वो विशेष होता है। इस विषय पर चिंतन अवश्य होना चाहिए कि software के इस्तेमाल पर हमारे अनुभव कितने भारी हैं। जैसे डिजिटल पेंटिंग और manual painting. किसको महत्व मिलना चाहिए और क्यों? – गौतम सिद्धार्थ
शुक्रिया गौतम जी। आप का सवाल पूरी तरह जायज है। डिजिटल कभी मैनुअल की न तो बराबरी कर सकता न उससे खत्म कर पाएगा । लेकिन बदलते वक्त के साथ नई नई तकनीकों को अपनाना और नए प्रयोग करना भी जरूरी है। – अतुल हुंडू
पर कितना? पिछले दिनों मैंने एक पेंटर्स के एक सेमिनार में हिस्सा लिया था, वहाँ पर manual और Digital ही विचार विमर्श हुआ था। उन पेंटर्स में ज्यादातर फोटोग्राफर्स थे। ऐसा होना स्वाभाविक है। क्योंकि फोटोग्राफी भी कहीं ना कहीं पेंटिग की विधा का अनुसरण करती है। (ज्यादा नहीं वरन कुछ तो। जैसे balancing.) -गौतम सिद्धार्थ
बिलकुल, आपने सही कहा। इस पर विचार करने की ज़रूरत है, अतुल जी, ऐसे विचारों को प्रस्त्तुत करने के लिये आपको बधाई। -अतुल हुंडू