राजस्थान के बीकानेर निवासी पत्रकार राजेंद्र सेन ने सूचित किया है कि उनका बकाया पैसा नेशनल दुनिया अखबार नहीं दे रहा है. उन्होंने वर्ष 2013 के अगस्त में नेशनल दुनिया समाचार पत्र जयपुर के संपादक मनोज माथुर की सहमति से बीकानेर डिवीजन में ज्वाइन किया था. बीस हजार रुपये प्रतिमाह वेतन तय था और समाचर में छपने वाले फोटो के पचास रुपये अलग से देना तय हुआ.
इसके बाद अक्टूबर माह में राजेंद्र को एग्रीमेंट करने के लिए जयपुर बुलाया गया. उन्होंने एग्रीमेंट साइन कर दिया. प्रबंधन ने कहा कि उन्हें एग्रीमेंट डाक से भिजवा देंगे पर आजतक एग्रीमेंट नहीं भेजा गया और न ही मिला. विधानसभा चुनाव 2013 के दौरान जनरल मैनेजर मनीष अवस्थी ने विज्ञापन के नाम पर प्रताड़ित करने की कोशिश की. फरवरी माह में आजिज आकर प्रबंधन को राजेंद्र सेन ने अपना इस्तीफा भेज दिया. लेकिन आज तक दो माह का बकाया वेतन और सितंबर 2013 से फरवरी 2014 तक प्रति माह दो हजार रुपये की जो कटौती की गई उस पैसे का भुगतान नहीं मिला है. नेशनल दुनिया के पदाधिकारियों ने बकाया भुगतान के लिए फोन करने पर फोन उठाना बंद कर दिया है. ऐसे में राजेंद्र ने पिछले माह अधिवक्ता के माध्यम से नोटिस लीगल भिजवा दिया है.