राकेश कुमार सिंह की ITV नेटवर्क में फिर पदोन्नति, अब बड़ा ज़िम्मा
आईटीवी नेटवर्क और इंडिया न्यूज़ से बड़ी ख़बर आई है. मैनेजमेंट ने राकेश कुमार सिंह का आउट ऑफ टर्न प्रमोशन कर मैनेजिंग एडिटर बना दिया है. अभी नवंबर महीने में ही संस्थान में प्रमोशन और इंक्रीमेंट की घोषणाएं की गई थीं. तब राकेश कुमार सिंह को आईटीवी नेटवर्क के ग्रुप इनपुट हेड का ज़िम्मा सौंपा गया था. महज़ एक महीने में दूसरी बार मिला ये प्रमोशन राकेश कुमार सिंह की लगन और मेहनत का नतीजा माना जा रहा है. राणा यशवंत को आईटीवी नेटवर्क में प्रमोशन कर एडिटर इन चीफ़ बनाए जाने के बाद से मैनेजिंग एडिटर को लेकर अटकलें लग रही थीं, राकेश कुमार सिंह को ये ज़िम्मा सौंपे जाने के बाद से फ़िलहाल इस पर विराम लग गया है.
आईटीवी नेटवर्क सूत्रों की माने तो राकेश कुमार सिंह ने संस्थान के साथ लंबी पारी खेली, कोविड काल हो या फिर अन्य कोई चुनौती का वक़्त , उन्होंने हमेशा संस्थान के हितों को सर्वोपरि रखा, जिसका उन्हें आज ईनाम मिल रहा है. राकेश कुमार सिंह की निष्ठा और प्रोफेशनल स्कील्स को देखते हुए मैनेजमेंट ने उन्हें आईटीवी नेटवर्क के मैनेजिंग एडिटर की ज़िम्मेदारी सौंपी है. अब तक आईटीवी नेटवर्क से जुड़े सभी प्लेटफ़ॉर्म के लिए कंटेंट की प्लानिंग और इनपुट का ज़िम्मा राकेश कुमार सिंह सँभाल रहे थे, लेकिन अब उनकी चुनौतियाँ कुछ और बढ़ जाएंगी. इंडिया न्यूज़, न्यूज़ एक्स, आईटीवी नेटवर्क के रिजनल चैनल, वेबसाइट और अख़बार इन सभी में ख़बरों के इतर मैनेजमेंट से जुड़ी रणनीति में भी राकेश कुमार सिंह की सलाह को तरजीह दिया जाता रहा है.
राकेश कुमार सिंह के पास दो दशक से ज़्यादा का अनुभव है. इतने लंबे करियर में राकेश कुमार सिंह कभी विवादों में नहीं रहे. उन्होंने एक तरफ़ पत्रकारिता की गंभीरता को क़ायम रखा तो वहीं उन सभी चीजों से ख़ुद को दूर रखा, जिससे व्यक्ति अपने कर्तव्य पथ से डिगता है. राजनीतिक गलियारों को क़रीब से कवर करने वाले राकेश कुमार सिंह के पास कई ऐसे मौक़े आए जब वो चाहते तो कहीं मीडिया मेनस्ट्रीम से हटकर करियर तलाश सकते थे, लेकिन उन्होंने अपना संयम क़ायम रखा.
राकेश कुमार सिंह के करीबी लोगों की माने तो आईटीवी नेटवर्क के साथ उन्होंने भावनात्मक रिश्ता जोड़ लिया है. उनके लिए पद से ज़्यादा मायने रखता है, काम करने की आज़ादी. मैनेजमेंट ने इसके लिए उन्हें पूरी छूट दे रखी है. आप दिलो-जान से पूरे ग्रुप की तरक़्क़ी के लिए काम करते हैं. यही वजह है कि राकेश कुमार सिंह को मैनेजमेंट ने इतनी बड़ी ज़िम्मेदारी सौंपी है. राकेश कुमार सिंह बेहतरीन प्रोफेशनल होने के साथ-साथ एक बेहतर टीम लीडर और सुलझे हुए इंसान हैं. वो हमेशा टीम को साथ लेकर चलने में यक़ीन रखते हैं. अपनी टीम के हर साथी के सुख-दुख में साथ रहते हैं.
राकेश कुमार सिंह के लिए मैनेजिंग एडिटर का ये पद एक बड़ा मौक़ा है. अब तक की साधना से उन्होंने ये पद हासिल किया है और अब यहाँ से उनके लिए प्रोफेशनल ज़िंदगी में नई चुनौतियाँ शुरू होती हैं. मीडिया में जब पत्रकारों को अलग-अलग खाँचों में बाँटने की कोशिश हो रही हो तब बिना किसी लाग-लपेट के अपनी बात कहने वाले राकेश कुमार सिंह की तरक़्क़ी हौसला भी देती है और एक मिसाल भी क़ायम करती है.
राकेश कुमार सिंह ने लंबे वक़्त तक राजनीतिक रिपोर्टिंग की है. संसद कवर किया है. इसके अलावा पीएमओ, गृह मंत्रालय, विदेश मंत्रालय से लेकर तमाम बड़े मंत्रालयों को सालों तक कवर किया है. सरकारी मंत्रालयों के अंदरखाने की खबर हो, इनसाइड स्टोरी हो या कोई बड़ी ब्रेकिंग, उन्होंने ख़बरों के बूते धाक जमाई है. पत्रकारिता में दो दशक से ज्यादा का अनुभव रखने वाले राकेश कुमार सिंह केंद्र की सियासत की गहरी समझ रखते हैं। उन्होंने बीजेपी, कांग्रेस, लेफ्ट से लेकर तमाम राष्ट्रीय दलों और केंद्र सरकार के विभिन्न मंत्रालयों की रिपोर्टिंग की है।
अपने लंबे करियर में उन्होंने कई चैनलों का सफर तय किया है। ‘सहारा समय’, ‘पी-7’ और ‘जी मीडिया’ के बाद राकेश कुमार सिंह ने आईटीवी नेटवर्क का दामन थामा तो कभी इसे छोड़ा नहीं. 7-8 साल से वो आईटीवी नेटवर्क में हैं और वो आईटीवी ग्रुप की कोर टीम का हिस्सा माने जाते हैं. राकेश कुमार सिंह को मैनेजिंग एडिटर की नई पारी के लिए तमाम शुभकामनाएँ.