इन दिनों ‘सेल्फी पत्रकारिता’ का चलन है. सत्ता-सिस्टम जहां दिखे, वहां पत्रकार-संपादक लोग ‘सेल्फी कुमार’ बनकर सेल्फी बनाने उतारने लगते हैं. नरेंद्र मोदी ने मीडिया को बातचीत के लिए दिवाली मिलन के बहाने बुलाया तो पत्रकार लोग मोदी का भाषण चुपचाप सुनने के बाद मोदी से मिलने करने लगे और सेल्फियां बनाने लगे. यह प्रकरण चर्चा का विषय बना और सबने ‘सेल्फी कुमारों’ की निंदा, आलोचना की. कोई मुद्दा अगर जनमानस के बीच आ जाए तो भला कार्टूनिस्ट उससे कैसे बेखबर रह सकते हैं. जाने माने कार्टूनिस्ट इरफान की भी नजर इन ‘सेल्फी कुमारों’ पर पड़ गई तो उन्होंने पूरे वाकये पर कुछ कार्टून बना डाले.
जल में रहकर मगर से बैर न करने की कहावत कही जाती है लेकिन इरफान ने मीडिया के मांद में हाथ डालने से परहेज नहीं किया. इरफान की इसी जनपक्षधरता और पैनी नजर के कारण कई मीडिया हाउस और कई ‘सेल्फी कुमार’ टाइप मालिक व संपादक उन्हें फूटी आंखों पसंद नहीं करते. पर इरफान भी इसकी परवाह न करते हुए अपना काम जारी रखते हैं. इरफान के कार्टूनिस्ट जनसत्ता अखबार में लगातार छपते रहते हैं और कुछ न्यूज चैनलों पर भी इरफान का काम गाहे-बगाहे दिखता रहता है. तो लीजिए, आप भी मीडिया के सेल्फी कुमारों पर बनाए गए इरफान के कार्टूनों का आनंद लीजिए.
-यशवंत, एडिटर, भड़ास4मीडिया
और, ये कार्टूनिस्ट गोपाल का एक कार्टून…