गोदी मीडिया के जमाने में सरकार की तेल-मालिश और सत्ता का गुणगान ही पत्रकारिता की मुख्यधारा है. इसीलिए गोदी मीडिया के पत्रकारों की आजकल जनता में खूब धुलाई हो रही है. कार्टूनिस्ट तक भी इस इस मामले को संज्ञान में ले रहे हैं.
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आज का कार्टून : मोदी से ये न पूछो…
अंग्रेजी में हाथ तंग हो तो आनंद से वंचित न रहिए। ये लीजिए, हिन्दी ये रही : “मुझसे यह मत पूछिए कि मैंने आपके लिए क्या किया – पूछिए कि कांग्रेस ने आपके लिए क्या नहीं किया।”
दैनिक भास्कर के वरिष्ठ कार्टूनिस्ट हरिओम तिवारी के कार्टून एग्जविशन ‘द टाइगर स्पीक’ का हुआ उदघाटन
देश के कई अखबारों और पत्रिकाओं में काम कर चुके दैनिक भास्कर के वरिष्ठ कार्टूनिस्ट हरिओम तिवारी के कार्टून एग्जविशन ‘द टाइगर स्पीक’ का दिल्ली में उद्घाटन केंद्रीय खान एवं इस्पात मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने किया। आईटीओ मेट्रो स्टेशन के पास स्थित प्यारेलाल भवन में 3-5 मार्च तक यह एग्जविशन आयोजित है। उद्घाटन समारोह में वरिष्ठ कार्टूनिस्ट इरफान, भाजपा नेता और सांसद प्रभात झा भी उपस्थित रहे।
इरफान ने कार्टून मैग्जीन ‘तीखी मिर्च’ लांच की, केजरीवाल ने किया विमोचन
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने गुरुवार को कहा कि आवाजों को दबाना जनतंत्र के लिए अच्छा नहीं है. केजरीवाल ने कार्टूनिस्ट इरफान द्वारा लांच किए गए कार्टून पत्रिका ‘तीखी मिर्च’ का विमोचन करते हुए कहा कि आजकल जो माहौल है, ऐसे में पत्रकारों के लिए स्वतंत्र रूप से कार्य करना मुश्किल होता जा रहा है. ऐसे में कुछ कार्टूनिस्ट हैं जो अभी भी अपने कार्टूनों के जरिए इस स्वतंत्रता को जीवित रखे हुए हैं. कार्टून पत्रिका तीखी मिर्च के बारे में उन्होंने कहा कि ऐसी आवाजों को आवाज देना हम सबकी जिम्मेदारी है. तभी यह जनतंत्र बचा रहेगा.
‘आउटलुक’ मैग्जीन ने महिला आईएएस अफसर को ‘आई कैंडी’ बता घटिया कार्टून छापा, अफसर ने लीगल नोटिस भेजा
हैदराबाद : एक महिला आईएएस अफसर जिसे जनता के अफसर के तौर पर जाना जाता है और जो सरकारी योजनाओं को लागू करने की दिशा में लेटेस्ट तकनीक के इस्तेमाल के लिए जानी जाती हैं, उसे ‘आउटलुक’ पत्रिका ने ‘आईकैंडी’ यानि ‘आंखों को लुभाने वाली’ बताते हुए एक घटिया किस्म का कार्टून प्रकाशित कर दिया है. साथ में एक आर्टिकल है जिसका शीर्षक है- ‘नो बोरिंग बाबू’. इसमें लिखा है कि हर मीटिंग में मौजूद महिला आईएएस अपनी खूबसूरत साड़ियों की वजह से फैशन स्टेटमेंट साबित होती हैं और मीटिंग में मौजूद लोगों के लिए आई कैंडी भी. आउटलुक मैगजीन में छपे कार्टून में महिला आईएएस अफसर को एक फैशन शो में रैम्प पर चलते दिखाया गया है.
Tribute to the legendary cartoonist Mr. R.K.Laxman
The dexterous hand that held the brush that moved and captured the soul of India on the paper has stopped moving forever. 2015 is a year which will be marked for two major blows to the world of cartoons and the cartoonists. First the Charlie Hebdo massacre then the sad demise of our Legendry cartoonist Mr. R.K. Laxman whose infallible strokes were instantly identifiable and his common man holding the iconic stature in the mindset of readers is the most familiar figure. Mr. Laxman stirred the world of politics by his brilliance and brought forth its stark realities lacing it with a pinch of humour here and a dash of satire there His common man is the ubiquitous silent observer who remains apathetic towards the vagaries of political upheavals, rampant corruption or financial crises.
भारत के एक मुस्लिम नेता ने पत्रकारों-कार्टूनिस्टों की हत्या और आतंकी हमले को जायज ठहराया, ईनाम देने की घोषणा की
डेनमार्क के कार्टूनिस्ट और पत्रकारों की निर्मम हत्या का विरोध पूरी दुनिया कर रही है और पूरी दुनिया आतंक के विरोध में एकजुट होने का प्रयास कर रही है लेकिन भारत में बहुजन समाज पार्टी के एक नेता हाजी याकूब कुरैशी ने पेरिस में शार्ली एब्दो मैगजीन के दफ्तर पर हुए हमले का न सिर्फ समर्थन किया बल्कि यहां तक कह दिया कि अगर हमला करने वाले दावा करें तो उन्हें 51 करोड़ रूपये का इनाम दिया जायेगा.
शहीद पत्रकारों और कार्टूनिस्टों को श्रद्धांजलि देने के बाद मैग्जीन शार्ली एब्डो के समर्थन में एकजुटता दिखा रहे ‘एजेंसी फ्रांस प्रेस’ (फ्रांसीसी नेशनल न्यूज एजेंसी) के हांगकांग स्थित क्षेत्रीय कार्यालय के मीडियाकर्मी.
गंभीर बीमारी को मात देकर लौटे सुधीर तैलंग ने कार्टून प्रदर्शनी के जरिए फिर शुरू की सक्रियता
Prakash Hindustani : वाह सुधीर तैलंग. नई दिल्ली के इण्डिया हैबिटेट सेंटर की विजुअल आर्ट गैलरी में कार्टूनिस्ट मित्र सुधीर तैलंग के कार्टूनों की प्रदर्शनी का शानदार आगाज़. श्रीमती सुमित्रा महाजन, लालकृष्ण आडवाणी, सीताराम येचुरी, अरविन्द केजरीवाल, शीला दीक्षित, अलका लाम्बा, बिशनसिंह बेदी और सुधीर का पूरा परिवार एकत्र था. इतने अच्छे कार्टून! और उनकी इतनी सुसंयोजित प्रदर्शनी देखकर लगा कि इंदौर से आना सार्थक रहा. बेहद अनूठा अनुभव.
पत्रकारिता के ‘सेल्फी कुमारों’ पर मशहूर कार्टूनिस्ट इरफान की भी पड़ गई नजर, आप भी देखें
इन दिनों ‘सेल्फी पत्रकारिता’ का चलन है. सत्ता-सिस्टम जहां दिखे, वहां पत्रकार-संपादक लोग ‘सेल्फी कुमार’ बनकर सेल्फी बनाने उतारने लगते हैं. नरेंद्र मोदी ने मीडिया को बातचीत के लिए दिवाली मिलन के बहाने बुलाया तो पत्रकार लोग मोदी का भाषण चुपचाप सुनने के बाद मोदी से मिलने करने लगे और सेल्फियां बनाने लगे. यह प्रकरण चर्चा का विषय बना और सबने ‘सेल्फी कुमारों’ की निंदा, आलोचना की. कोई मुद्दा अगर जनमानस के बीच आ जाए तो भला कार्टूनिस्ट उससे कैसे बेखबर रह सकते हैं. जाने माने कार्टूनिस्ट इरफान की भी नजर इन ‘सेल्फी कुमारों’ पर पड़ गई तो उन्होंने पूरे वाकये पर कुछ कार्टून बना डाले.
कमल शर्मा को मिला ‘माणक अलंकरण’ पुरस्कार
पत्रकारिता के क्षेत्र में राजस्थान का प्रतिष्ठित पुरस्कार ‘माणक अलंकरण’ जन टीवी के कार्टूनिस्ट कमल शर्मा को प्रदान किया गया है। कमल शर्मा को कार्टूनिस्ट की श्रेणी में विशिष्ट पुरस्कार के लिए पिछले वर्ष चयनित किया गया था। जोधपुर में गांधी जयंती पर 32वां माणक अलंकरण समारोह आयोजित किया गया। राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, हरिदेव जोशी, पत्रकारिता विश्वविद्यालय के कुलपति सनी सेबिस्टियन, सांसद गजेंद्र सिंह, जसवंत सिंह विश्नोई ने पुरस्कार प्रदान किए। गौरतलब है कि कमल शर्मा पिछले बारह सालों से बतौर कार्टूनिस्ट कार्य कर रहे हैं।