मनीष दुबे-
बिगड़ा खानपान, अधिक तनाव और तंबाकू, गुटका, सिगरेट का इस्तेमाल युवाओं को अचानक हार्ट अटैक का शिकार बना रहा है. 22 से 30 वर्ष की जिस उम्र में हृदय को सबसे ज्यादा स्वस्थ माना जाता है तब इस उम्र के युवाओं को सबसे अधिक हार्ट अटैक की शिकायतें लगातार बढ़ रही हैं.
बिना हार्ट अटैक के लक्षण वाले रोगियों का हृदय अचानक कोलेप्स कर जाने की प्रक्रिया से विशेषज्ञ भी हैरान हैं. कानपुर कार्डियोलॉजी में तीन दिन का आंकड़ा देखिये..
2 जनवरी 2024 दिन मंगलवार.. 32 को हार्ट अटैक, इमरजेंसी पहुंचे कुल 81 मरीज.
3 जनवरी 2024 दिन बुधवार.. 40 को हार्ट अटैक, इमरजेंसी पहुंचे 41 मरीज.
4 जनवरी 2024 दिन गुरूवार.. 49 को हार्ट अटैक, इमरजेंसी पहुंचे 55 मरीज.
तीन दिन में 121 मामले हार्ट अटैक के. इनमें 22 से 30 साल के 31 युवा मरीज अस्पताल में भर्ती हैं. इन सभी की डायग्नोसिस जांच में सिगरेट व तंबाकू के किसी न किसी रूप में अत्यधिक सेवन की लत का पता चला है. इसके अलावा इनका मानसिक तनाव का स्तर बढ़ा पाया गया है. जिसका असर इनके दिलो-दिमाग पर पड़ा है.
इसके अलावा इन युवा मरीजों का बिगड़ा खानपान भी असरकारक साबित हुआ दिखा है. इन्होंने जो खाना खाया उसमें वसा और कार्बोहाइड्रेट की मात्रा अधिक रही. अधिक चिकनाई का खाना खाने से कोलेस्ट्राल और ब्लड में चिकनाई अधिक बढ़ जाती है. दिनचर्या में नियमित व्यायाम जैसी चीज नगण्य रहती है.
LPS इंस्टीट्यूट ऑफ कार्डियोलाजी के प्रोफेसर डॉ. राकेश वर्मा कहते हैं कि, ‘खानपान, तनाव और सिगरेट के अधिक इस्तेमाल के अलावा कोरोना का भी रक्वाहिनियों पर विपरीत असर पड़ा है. नसों की भीतरी पर्त इफेक्टेड होने से रास्ता संकरा हो जाता है. जाड़े में प्रेशर बढ़ने से हार्ट पर असर होता है.’
क्या रखें ख्याल?
तत्काल तंबाकू और धूम्रपान को बंद करें या बिल्कुल न करें..
फास्ट फूड, अधिक चिकनाई वाले काने का सेवन मत करें…
सोच को पॉजिटिव रखें और तनाव बिल्कुल न लें..
मौसमी फलों के साथ ज्यादा से ज्यादा सलाद खाएं..
नियमित व्यायाम करते रहें और वेट लिफ्टिंग जैसी कसरत को इग्नोर करें.. Be Careful