पवन सिंह-
सोहित मिश्रा और सुप्रिया भारद्वाज सैल्यूट है तुम दोनों को….
जब कभी पत्रकारिता के संत्रास काल यानी चरणों को जीभ से चांटती पत्रकारिता का समय आंकलन करेगा तो आप दोनों को भी याद किया जाएगा…..

एनडीटीवी के निदेशक के एक घटिया आर्डर को न मानते हुए आप दोनों ने जिस तरह से एक अच्छे खासे वेतन वाली नौकरी को लात मारी, वह काबिल ए तारीफ है…..
एनडीटीवी के निदेशक ने देश के विपक्ष के एक नेता की पूरी प्रेस कॉन्फ्रेंस को डिरेल करने का आदेश दिया था… लेकिन दोनों ने ऐसा करने से साफ़ मना कर दिया और इस्तीफे का चप्पल एनडीटीवी के निदेशक के मुंह पर दे मारा…
सैल्यूट जाबांज रीढ़ की हड्डी वाले पत्रकारों…
सोहित मिश्रा और सुप्रिया भारद्वाज को एनडीटीवी से इस्तीफा देना पड़ा क्योंकि उन्होंने एनडीटीवी डायरेक्टर संजय पुगलिया का राहुल गांधी से उलटे उलझने वाले सवाल पूछने का आदेश नहीं माना। -ज्ञानेद्र अवस्थी