शशि शेखर का शब्द-ज्ञान : लेख का शीर्षक ‘जागृत जनों का जनतंत्र’, ‘जागृत’ कोई शब्द नहीं, ‘जन’ बहुबचन, ‘जनो’ अशुद्ध

यह लेख आज 28 जून , 2015 ‘हिन्दुस्तान’ समाचारपत्र के समस्त संस्करणों में पृष्ठ-संख्या छह पर शीर्षक के रूप में प्रकाशित है, जो पूर्णतः अशुद्ध है | इसे विधिवत जानते हुए भी इस सन्दर्भ में मैंने अपने परम शुभेच्छु, विचक्षण श्रद्धेय पण्डित रमेश प्रसाद शुक्ल जी से परामर्श किया था क्योंकि आज मैंने देश के एक विश्रुत समाचारपत्र के ‘प्रधान सम्पादक’ श्री शशि शेखर के भाषा-ज्ञान पर साधिकार अँगुली उठायी है, जो ‘हिन्दुस्तान’ समाचारपत्र के सारे संस्करणों के शीर्षस्थ पत्रकार हैं। शुद्ध शीर्षक होगा- ‘जाग्रत जन का जनतन्त्र’ । 

शशिशेखर को उपकृत कर लोगों को नौकरी से निकलवा रहा लोकसभा टीवी का पत्रकार अनुराग

{jcomments off}नगर पालिका की जमीन कब्जाने के खिलाफ खबर लिखने और उसके भड़ास4मीडिया पर  कमेंट करने पर लोकसभा टीवी के पत्रकार अनुराग दिक्षित ने साजिश कर मुझे नौकरी से निकलवा दिया है। अनुराग के हिंदुस्तान अख़बार के प्रधान संपादक शशि शेखर से अच्छे सम्बन्ध हैं। इन संबंधों का अनुराग नाजायज फायदा उठाता है। अनुराग चाहता है कि हम उसकी चिलम भरें और उसकी चमचा गिरी करें।  

इस तरह अपने कारोबार में लोकसभा टीवी को भुना रहा अनुराग

शशि शेखर की शह पर मुझे धमकाया गया, कानूनी कार्रवाई करूंगा : प्रमोद कुमार सिंह

दिल्ली : हिंदुस्तान के समूह संपादक शशिशेखर को प्रेषित एक शिकायती पत्र में प्रमोद कुमार सिंह ने लिखा है कि ‘आपको मैंने विगत 10 अप्रैल को एक पत्र प्रेषित किया था। उसके बाद ‘हिन्दुस्तान’ ने शिक्षा जैसे गंभीर विषय पर अभिभावकों के आन्दोलन को छापना बंद कर दिया। अब आपकी शह पर दुर्गेश नामक पत्रकार सोशल मीडिया के माध्यम से धमकियाँ दे रहा है। मुझे ब्लैकमेलर बताया जा रहा है। मेरे एक आईपीएस मित्र का नाम लेकर कहा गया है कि तुम उनके नाम पर नौकरी लगाने का काम करते हो और मेरे पास इसके डिटेल्स हैं। यह सब आप के इशारे पर हो रहा है।’