ये कहने से पहले सुनने में अटपटा लगता है कि कोई कहे, ‘मुझे भारत रत्न दो.’ हालांकि एक सच ये भी है कि मांगने वालों ने क्या-क्या ना मांगा है, दूसरा सच की देने वालों ने बिना मांगे ही ना जाने क्या-क्या दे डाला है. स्व. पिंटू सेंगर ने मायावती को चांद पर जमीन दे दी थी. उनके जन्मदिन पर वो भी बिना मांगे. 2010 में जब बवाल मचा तो बहनजी ने सेंगर को पार्टी से निकाल दिया था. बाद में फिर भर्ती कर लिया था.

खैर, बात गोरखपुर के तपस्वी की. पत्र सोशल मीडिया पर वायरल है. जो गोरखपुर निवासी विनोद कुमार गौड़ का है. नीचे पता भी लिखा गया है, और मोबाइल नंबर भी. खास बात तो ये है कि पत्र को तहसीलदार सदर, मुख्य विकास अधिकारी, ज्वाइंट मजिस्ट्रेट सदर, जिलाधिकारी सहित अपर आयुक्त गोरखपुर से संतुस्ति भी मिल चुकी है. बाकायदा पत्र पर इन सभी के हस्ताक्षर मौजूद हैं. फेसबुक पर ये पत्र राजीव तिवारी बाबा ने शेयर किया है.
क्या लिखा गया है पत्र में?
गोरखपुर निवासी विनोद कुमार गौड़ की तरफ से पत्र में लिखा गया है कि, ‘30.9.2023 को वे संध्या वंदन के समय बैठकर तपस्या कर रहे थे, तभी अचानक उनके भीतर से दो बार आवाज उठी..मुझे भारत रत्न चाहिए. उनके भीतर से उठी यह आवाज बड़ी तेज थी. जिसके बाद विनोद ने गोरखपुर मण्डल के आयुक्त के नाम पत्र लिखकर खुद को ‘भारत रत्न’ देने की सिफारिशी गुहार लगाई है. मामला इंटरनेट पर तेजी से वायरल हो रहा है.