
Om Thanvi : ज़ी टीवी वाले सुभाष चंद्रा की आर्थिक दुर्दशा पर तरस ही खाया जा सकता है। सरकार की कितनी चम्पी की। आर्थिक नीतियों को सराहा। नोटबंदी के गुनाह ढके। जेएनयू को बदनाम किया। संसद में जा पहुँचे। पर कारोबार में इतने निकम्मे निकले कि कम्पनी डूब-उतरा रही है। निवेशकों से पत्र लिख कर माफी मांगनी पड़ी है। सुधीर चौधरी जैसे लोग भी अब काम नहीं देंगे। दुबारा तिहाड़ कौन जाए। रवीश सही कहते हैं, उन्हें तल्ख़ होने की ज़रूरत नहीं। सुभाष चंद्रा एंड कम्पनी ख़ुद ही अपने को निपटाने की राह पर है।
Rama Shankar Singh : बहुतों को शायद याद होगा कि ये जनाब सुभाष चंद्रा अपने टीवी चैनल पर प्रबंधन के गुरु के रूप में घेर कर लाये और प्रायोजित नौजवान समूहों को जीवन और बिजनिस के मंत्र बॉंट रहे थे। असलियत जो है वह इतनी गंदी व खराब है कि अभी तक सबको पता नहीं चल पाई है! खैर छोडिये, मैं सदैव कहता रहता रहा हूँ कि अपनी परिस्थिति के अनुसार खुद मंत्र रचिये अपनाइये और किसी से उन्हें यह कर मत बाँटिये कि सफलता के ये मंत्र दे रहा हूँ। आज पिटा पड़ा है इसलिये आगे कुछ नहीं बोलूँगा….
वरिष्ठ पत्रकार ओम थानवी और रमाशंकर सिंह की एफबी वॉल से.
पूरे प्रकरण को समझने के लिए इन्हें भी पढ़ें….
Comments on “सुभाष चंद्रा एंड कम्पनी ख़ुद ही अपने को निपटाने की राह पर है : ओम थानवी”
Subhas chandra kabi nahi dubaige. marvari vayparee hai
Yup