पाकिस्तान के लाहौर के वरिष्ठ पत्रकार खालिद महमूद ने भारत की एक न्यूज एजेंसी एएनआई को लीगल नोटिस भेजा है. एएनआई की संपादक स्मिता प्रकाश के अलावा एएनआई के चेयरमैन प्रेम प्रकाश, एएनआई के सीईओ संजीव प्रकाश, एएनआई के बोर्ड आफ डायरेक्टर सीमा एस कुकरेजा, एएनआई के ही सुरेंदर कपूर, एएनआई के हेड आफ ब्यूरो नवीन कपूर को भी ये लीगल नोटिस भेजा गया है.
जानना चाहेंगे कि ये लीगल नोटिस किसलिए भेजा गया है? पैसा हड़पने के लिए. जी हां. सेलरी मारने-हड़पने का जो रोग भारत के मीडिया मालिकों में है, उसका शिकार पड़ोसी देश का पत्रकार भी हुआ है.
दरअसल लाहौर के वरिष्ठ पत्रकार खालिद महमूद को एएनआई ने अपना संवाददाता बना रखा था. इस बाबत एक एग्रीमेंट हुआ था. खालिद महमूद को न्यूज व वीडियो आदि उपलब्ध कराने के लिए हर महीने आठ सौ डालर दिए जाते थे. पर आठ महीने की सेलरी एएनआई वाले खा गए. इससे नाराज पत्रकार खालिद महमूद ने अपने वकील अब्दुल हमीद राणा के माध्यम से एएनआई की संपादक स्मिता प्रकाश व अन्य को लीगल नोटिस भेजा है.
लीगल नोटिस की कॉपी भड़ास4मीडिया के भी पास है. पढ़ें लीगल नोटिस में क्या कुछ लिखा है-
राहुल गांधी द्वारा Pliable कहे जाने से नाराज हैं ANI की मालकिन उर्फ संपादिका स्मिता प्रकाश!
क्या मोदी के लिए काम करती हैं एएनआई वाली स्मिता प्रकाश? पढ़ें, सोशल मीडिया पर क्या है चर्चा!