भारत के नम्बर वन अखबार “दैनिक जागरण” द्वारा फर्जी व फेक खबर छापने के बाद पीड़ित द्वारा भेजा गया एक करोड़ रुपये का मानहानि का नोटिस. दैनिक जागरण के स्थानीय पत्रकार पर आरोप है कि उसने निजी दुश्मनी निकालने सहित ब्लैकमेलिंग के लिये अखबार का किया गलत इस्तेमाल.
बताया जाता है कि पत्रकार ने खुद शिकायतकर्ता बन पहले शिकायत की फिर बगैर साक्ष्य बगैर सबूत के फर्जी खबर छाप दिया. इस पीत पत्रकारिता से अखबार की हो रही किरकिरी. फर्जी खबर प्रकाशित करने को लेकर दैनिक जागरण की विश्वसनीयता पर उठ रहे सवाल.
पीड़ित द्वारा दैनिक जागरण अखबार के बिहार हेड आलोक कुमार मिश्रा और भागलपुर के स्थानीय संपादक संदीप कुमार को भेजा गया मानहानि का नोटिस देखें-



