विनय मौर्या-
हां तो ई कवन सी नई बात है…ससुर के नाती सर्रकार बहादुर को ‘आईना’ दिखा रहे थे। उनके चयनल ने उन्हें बाहर कर दिया। अबे रीढ़ की हड्डी सीधे रखने का जमाना गया। अब पतकारों ख़ातिर उ जमाना आ गया है कि जहां सर्रकार अउर सर्रकारी दिखें ‘पिछवाड़ा’ खोल के झुक जाओ और कहो साहेब हम अपनी कलम आपके खिलाफ का चलाएंगे…देख ल्यो पहले से फ़टी है आप अउर फाड़ जाएंगे।
मगर बे.. ई तो लोकतंतर के लिए निक नहीं है। सब पतकार अइसही सर्रकार-साहेबों से डरकर उनके गड़ही को झील बताने लगें उनकी फ़टी को सिलकर दिखाने लगें तो का मल्लब रह जायेगा… वइसे भी अब बहुते कम पतकार सर्रकार अउर साहेबों से उनकी कमियों पर आईना दिखाते हैं।
सुन भोसरी के! तू आईना की बात कर रहा है… जानता है न आईना कित्ता कमजोर होता है… खट से टूट भी जाता है… वईसे ही जो पतकार सर्रकार का पक्षकार बनने की बजाय विपक्ष की तरह पेश आएगा उसे आईने की तरह तोड़ दिया जाएगा।
तो का चाहते हो जं’गलराज को मंगलराज लिखा जाये… सर्रकार-साहेबों के कमियों को तोप-ढांप के रखा जाय।
हां नई तो.. का तोप-ढांककर रखना ही पड़ेगा…”सर्रकार अउर पुलुस” से बड़ा कउनो “गुन्दा” होता है क्या..? नहीं न…सर्रकार जिसकी चाहेगी…जब चाहेगी ले लेगी… पावर पुलुस होता है उसके पास। उ जब चाहेगी कउनो आरोप लगवाएगी औऱ मोकदमा करवा के भीतरा देगी… पिछवाड़ा छितरा देगी।
अबे सहीय कह रहे हो…. हमका तो बनारस वाले मौर्यवा की चिंता होने लगी… उ भी सर्रकार अउर साहेबन से पंगेबाजी किये रहता है।
कभी “फेलाय” जाएंगे ससुर… ईभी ओम्मे के पतकार हैं जो मयाबती मोलायम अकिलेश सर्रकार की कमियों पर ख़ूब्ब छापते रहें। अब ‘जोगी-ओदी’ सर्रकार की कमियों पर लिख के दिखायें… बकरी चोरी छीनारी में न ‘फेल’ दिये जायें तो कहना। अबे आज पतकार मल्लब पक्षकार हो गया है। उ “हचुक टँगर्ष” वाले हमीत मौर्यवा का हाल देखा… उ भी बेलगाम होकर जोगी ओदी जी के कमियों पर अइसही लीखता था… लिपाय गया न… अब उ अपने बचाव के लिए टँगर्ष कर रहा है।
का मरदे ..! तब तो बिन्ने मौर्यवा को भी समझाना पड़ेगा… वरना बिहाने-बिहाने व्यंग पोस्ट करके कवन हंसाएगा।
ट्रीगं-ट्रिंग हेल्लो बिन्ने मौरिया हम सुक्खू बोल रहे हैं हम आपके फेसभुक “खूबचिंतक” तनकी सर्र्कार साहेबों को आईना कम दिखाया करो…जं’गल को मंगल बताया करो…वरना!
थैंक्यू सुक्खू भाई…मगर सत्य के लिए मुकद्दर में होगा मुकदमा तो स्वीकार है। झूठ के लिए महंगा उपहार भी अस्वीकार है।
मूल खबर-