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जस्टिस सीकरी का ‘इंसाफ’ : रिटायरमेंट के बाद हुजूर को सरकार भेजेगी लंदन!

Ravish Kumar : हिन्दी में पढ़ने पर यह लिखा मिलेगा कि जस्टिस सिकरी को रिटायरमेंट के बाद लंदन स्थित कॉमनवेल्थ सेक्रेटेरियल आर्बिट्रल ट्राइब्यूनल का सदस्य बनाया जाएगा। चार साल क लिए यह नियुक्ति होती है। छह मार्च को जस्टिस सिककी रिटायर हो रहे हैं। मनीष छिब्बर ने दि प्रिंट के लिए यह ख़बर लिखी है।

Sanjaya Kumar Singh केंद्र सरकार ने तय किया है कि सुप्रीम कोर्ट के जज न्यायमूर्ति एके सीकरी को लंदन आधार वाले कॉमनवेल्थ सेक्रेटेरिएट (सीएसएटी) आर्बिट्रल ट्रिब्यूनल में नामांकित किया जाएगा। यह निर्णय गए महीने लिया गया था। द प्रिंट ने यह रिपोर्ट दी है। न्यायमूर्ति सीकरी 6 मार्च को रिटायर होने वाले हैं। न्यायमूर्ति सीकरी आलोक वर्मा को सीबीआई के निदेशक पद से हटाने का निर्णय करने वाली तीन सदस्यीय कमेटी में थे और हटाने का समर्थन किया था। द प्रिंट ने खबर का प्रकाशन किया है।

Vijay Shanker Singh : जस्टिस एके सीकरी जिन्होंने सीबीआई निदेशक के तबादले में अहम भूमिका निभाई थी को सरकार ने लंदन स्थित कॉमनवेल्थ सेक्रेटेरिएट आरबिटरल ट्रिब्यूनल सीएसएटी का अध्यक्ष नियुक्त किया है। यह नियुक्ति पिछले माह की गयी थी। जस्टिस सीकरी जस्टिस रंजन गोगोई के बाद सुप्रीम कोर्ट के दूसरे वरिष्ठतम जज हैं। The Narendra Modi government decided last month to nominate senior Supreme Court Judge AK Sikri to the vacant post of president/member in the London-based Commonwealth Secretariat Arbitral Tribunal (CSAT).

Ramkrishna Mishra : आलोक वर्मा को हटाने के मोदी सरकार के षड्यंत्र का ईनाम जस्टिस ए के सीकरी को मिला- रिटायरमेंट के बाद लंदन में 4 साल के लिए बनाये जा रहे हैं CSAT के प्रेसीडेंट!

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Brijesh Singh : आलोक वर्मा को हटाने का फैसला करने वाले जस्टिस सीकरी को मोदी सरकार ने दिया बड़ा ओहदा … केंद्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट जज एके सीकरी को लंदन स्थित राष्ट्रमंडल सचिवालय पंचायती ट्रिब्यूनल में नामित करने का फैसला पिछले महीने लिया जब आलोक वर्मा मामले की सुनवाई कोर्ट में चल रही थी. सीकरी आलोक वर्मा को सीबीआई निदेशक के पद से हटाने वाली उच्चाधिकार प्राप्त चयन समिति के सदस्य थे.

Girish Malviya : ये फर्क है…. रिटायर होते ही सिद्धांतवादी जस्टिस चेलमेश्वर जिन्होंने मोदी सरकार की नीयत पर सवाल उठाए थे, एक दिन भी दिल्ली के सरकारी आवास में नही रुकते.. वह अपने पुश्तैनी गाँव लौट जाते हैं… इधर, आलोक वर्मा को हटाने वाले डिसीजन पर मोदी सरकार का साथ देने वाले जस्टिस एके सीकरी रिटायर होते ही लंदन भेज दिए जाने के लिए कनफर्म कर दिए जाते हैं…

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सौजन्य : फेसबुक

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